बजरंग पुनिया का जीवन परिचय | Bajrang Punia Biography in Hindi

 बजरंग पुनिया का जीवन परिचय


पूरा नाम :- बजरंग पुनिया

निक :- नेम बजरंग

प्रोफेशन :-  फ्री स्टाइल रेसलर

जन्मतिथि :- 26 फरवरी 1994

उम्र :- 27 साल

जन्म स्थान :-  खुदान गाँव, झज्जर हरियाणा

पिता का नाम :- बलवान सिंह पूनिया

माता का नाम :- ओमप्यारी पूनिया

शौक :- बास्केट बॉल खेलना, फुटबॉल खेलना और रिवर राफ्टिंग

होमटाउन :-  हरियाणा

धर्म :- हिंदू

जाति :- जाट

कोच का नाम :- एम्जारियास बेन्टिनिडी

राष्ट्रीयता :- भारतीय

बालों का रंग :- काला

आंखों का रंग :- काला

हाइट :- 1.66 m

वजन :- 65 किलोग्राम

पत्नी:-  संगीता फोगाट 


बजरंग पूनिया का प्रारंभिक जीवन


बजरंग पूनिया का जन्म 26 फरवरी 1994 को हरियाणा के झाझर गाँव में हुआ था. बजरंग पूनिया के पिता का नाम बलवान सिंह पुनिया हैं. बजरंग पूनिया के माता का नाम ओमप्यारी है. बजरंग पूनिया के पिता बलवान सिंह पुनिया भी पेशेवर पहलवान रह चुके है. बजरंग पूनिया के भाई का नाम हरिंदर पुनिया हैं. बजरंग पूनिया की पत्नी (Bajrang Poonia Wife Name) का नाम संगीता फोगाट है. संगीता फोगाट भी पहलवान रह चुकी है. 25 नवंबर को बजरंग पूनिया और संगीता फोगाट शादी के बंधन में बंधे. संगीता द्रोणाचार्य अवॉर्डी महावीर फोगाट की बेटी हैं.


बजरंग की प्रारंभिक शिक्षा उनके गांव में ही पूरी हुई। 7 साल की उम्र में कुश्ती शुरू की और उन्हें उनके पिता द्वारा बहुत सहयोग मिला। जिसके बाद बजरंग ने महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी से अपना ग्रेजुएशन पूरा किया। बजरंग पूनिया ने भारतीय रेलवे में टिकट चेकर (TTE) का भी काम किया। योगेश्‍वर दत्‍त उनके कोच है।

बजरंग पुनिया को खेलों में बास्केट बॉल खेलना, फुटबॉल खेलना और रिवर राफ्टिंग करना अच्छा लगता है।इनका मनपसंद भोजन चूरमा है। कप्तान चंद्रुप्त और योगेश्वर दत्त बजरंग पुनिया के पसंदीदा पहलवान रहे हैं


Commonwealth Games 2022 में बजरंग पुनिया ने स्वर्ण मेडल जीता


भारत के स्टार पहलवान बजरंग पूनिया ने बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। कुश्ती का मुकाबला छह मिनट का होता है, लेकिन बजरंग ने अपने पहले तीन मुकाबले दो मिनट के अंदर जीते। यानी जितने मिनट में एक कुश्ती मैच होता है, उतने में बजरंग ने अपने पहले तीन मैच जीत लिए थे।


बजरंग ने बर्मिंघम में स्वर्ण तक के सफर में चार मैचों को मिलाकर जीत के लिए कुल 9 मिनट 18 सेकेंड का वक्त लिय। फाइनल में पूरे छह मिनट का मुकाबला हुआ और बजरंग ने 9-2 से जीत हासिल की। पहला मैच बजरंग ने 1 मिनट 47 सेकेंड, दूसरा मैच 1 मिनट, तीसरा मैच 1 मिनट 31 सेकेंड और चौथा मैच छह मिनट में जीता

बजरंग का यह राष्ट्रमंडल खेलों में लगातार तीसरा पदक और लगातार दूसरा स्वर्ण है। इससे पहले उन्होंने 2014 ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में रजत, 2018 गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खोलों में स्वर्ण जीता था। वहीं, एक बार फिर बर्मिंघम में उन्होंने स्वर्ण जीता है।


बजरंग पूनिया का करियर


2013 में एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप सेमीफाइनल में भारत, नई दिल्ली में, बजरंग पुनिया ने दक्षिण कोरिया के ‘ह्वांग रियॉन्ग-हाक’ को 3-1 से हराकर पुरुष फ्री स्टाइल 60 किलो वर्ग में कांस्य पदक जीता। 

बजरंग ने 2013 में एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट जीता, जिसमें देश के लिए कांस्य जीता।

2014 वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप  बजरंग पुनिया के प्रतिद्वंद्वी थे और ‘अमास डैनियल’ ने 3-1 से बजरंग पुनिया को हराया। इस प्रकार इन्हें 2014 की वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में 61 किलोग्राम वर्ग में सिल्वर मेडल जीता।।

2014 एशियन गेम्स – दक्षिण कोरिया के इचियन में, बजरंग पुनिया ने ईरान के ‘मसूद एस्मेलिपूरजौबारी’ से मुकाबला किया और 1-3 से ‘मसूद एस्मेलिपूरजौबारी’ को हराकर पुरुषों की फ्रीस्टाइल 61 किलोग्राम वर्ग में सिल्वर मेडल जीता। साल 2014 के राष्ट्रमंडल खेल ग्लासगो, स्कॉटलैंड में 61 कि.ग्रा वर्ग में रजत पदक जीता था

एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप 2017, दिल्ली में बजरंग पूनिया ने गोल्ड मेडल जीता था

2018 कॉमनवेल्थ गेम्स –ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में, बजरंग पुनिया ने पुरुषों की फ्रीस्टाइल 65 किलोग्राम श्रेणी में गोल्ड मेडल जीता। उन्होंने स्वर्ण पदक जीतने के वेल्स के ‘केन चरिग’ को हराया।

2018 एशियन गेम्स – 19 अगस्त में, बजरंग पुनिया ने पुरुषों की फ्रीस्टाइल 65 किलोग्राम रेसलिंग में गोल्ड मेडल जीता। उन्होंने जापानी पहलवान ‘तकातनानी दाची’ को 11-8 से हराया, स्कोर पहले राउंड के बाद 6-6 पर अटक गया था।


2018 विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप में रजत जीतने के बाद, उन्होंने 65 किग्रा वर्ग में विश्व नंबर 1 का दावा किया।

इसी वर्ष 2021 में ही बजरंग पुनिया ने एक बार फिर से एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीता। इस प्रकार पहलवान बजरंग पूनिया ने अभी तक 3 ब्रॉन्ज मेडल, 4 सिल्वर मेडल और 5 गोल्ड मेडल अलग-अलग गेम्स में जीते हैं।

बजरंग पुनिया ने रुस के डैन कोलोव-निकोला पेट्रोव टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक, भारतीय वायु सेना (आईएएफ) विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को समर्पित किया।


टोक्यो ओलंपिक में भारत को बजरंग पुनिया ने एक और ब्रॉन्ज मेडल दिलवाया है. कुश्ती में पुनिया ने कजाकिस्तान के रेसलर डाउलेट नियाजबेकोव को 8-0 से पराजित किया. इस तरह भारत को टोक्यो ओलंपिक में अब तक कुल छह मेडल मिल चुके हैं

बजरंग पूनिया अवार्ड (Bajrang Poonia Award)


र्जुन पुरस्कार (2015) ,पद्म श्री पुरस्कार (2019 ) ,राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार (2019), फिक्की इंडिया स्पोर्ट्स अवार्ड (2020) से सम्मानित किया गया था


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