अचिंता शेउली का जीवन परिचय | Achinta sheuli biography in Hindi

 अचिंता शेउली का जीवन परिचय (Achinta sheuli biography in Hindi)


नाम :-  Achinta Sheuli

 पिता का नाम:- जगत शेउली

 माता का नाम :- पूर्णिमा शेउली 

 जन्मदिन :-  24 November 2001

 जन्मस्थान :- डेलूपुर, वेस्ट बंगाल भारत

उम्र :- 20 साल 

 शिक्षा :- डेलूपुर, वेस्ट बंगाल 

पेशा :-  खेल

नागरिकता:-  भारतीय

 धर्म :-  हिंदू

Height :-  5 फीट 6 इंच

आंखों का रंग :- काला


कौन हैं अचिंता शेउली 


  का जन्म 24 नवंबर 2001 में पश्चिम बंगाल के देउलपुर में पैदा हुए थे। वह एक गरीब मध्य परिवार से आते है अचिंता शेउली जब 11 साल के थे तब उन्हें अपने पिताजी को खो दिया था  जिसके कारण पूरे परिवार की  जिम्मेदारी  उठानी पड़ी है अपने भाईयो और अपने परिवार को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने सिलाई, कढ़ाई जैसे कामों को करना पड़ा अचिंता शुली के पिता एक मजदूर थे जो कि इस समय दुनिया में नहीं है अपने भाइयों से ही प्रेरित होकर इन्होंने भारोत्तोलन में जाने का निर्णय लिया था  वह 10 साल की उम्र से ही अपने भाई आलोक के साथ जिम ट्रेनिंग के लिए जाया करते थे और जी तोड़ मेहनत किया करते थे।वह भारत के लिए 73 किलोग्राम भार वर्ग में वेटलिफ्टिंग करते हैं।  


अचिंता शुली का परिवार [Achinta Sheuli Family]


अचिंता शुली के परिवार उनके पिता का नाम जगत शेउली है जब 11 साल के थे, उसी समय साल 2013 में उनके पिता की मृत्यु हो गई  और उनकी मां का नाम पूर्णिमा शेउली है। उनका एक भाई भी है जिसका नाम आलोक शेउली है। 

अचिंता शुली की शिक्षा [Achinta Sheuli Education]


अचिंता शुली की प्रारंभिक शिक्षा डेलूपुर, के स्कूल से की है।


अचिंता शेउली का करियर 


अचिंता शेउली ने साल 2011-12 में अपने वेटलिफ्टिंग करियर की शुरुआत की। अचिंता अपने भाई आलोक शेउली  ने ही प्रेरित किया है। जिसके बाद उन्हें वेटलिफ्टिंग करने प्रारंभ कर दिया था  और उनके भाई ने ही उन्हें वेटलिफ्टिंग का प्रारंभिक में प्रशिक्षण भी किया है।

साल 2015 में अचिंता ने आर्मी स्पोर्ट इंस्टिट्यूट ज्वाइन कर लिया और वहां अपना ट्रेनिंग करने लगे ।

साल 2015 में ही चिंता ने कामनवेल्थ यूथ चैंपियनशिप में 56 किलोग्राम भार कैटेगरी में सिल्वर मेडल जीता था।

साल 2018 मे यह इंडियन नेशनल कैंप में शामिल हो गए। इसी साल में अचिंता ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता।इसी साल में ही इन्होंने एशियाई युथ चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता था।अचिंता शेउली कामनवेल्थ चैंपियनशिप गेम्स में दो बार स्वर्ण पदक विजेता रहे हैं।

साल 2019 में उन्होंने पहली बार सीनियर एंड जूनियर कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था।

साल 2021 में इन्होंने जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता।

इसके बाद एक बार फिर साल 2021 में यह सीनियर कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में गोल्ड मेडलिस्ट रहे।

कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप 2021 के दौरान इन्होंने 316 किलोग्राम संयुक्त स्नैचिंग के साथ गोल्ड मेडल जीता था।

बर्मिंघम में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में इन्होंने 31 जुलाई को इन्होंने कामनवेल्थ गेम्स में अपना पहला पदक जीता और इसके साथ ही यह 2022 के कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए तीसरा पदक है।


कामनवेल्थ गेम्स 2022 में अचिंता शेउली प्रदर्शन 


कॉमनवेल्थ गेम्स में पश्विम बंगाल के अंचिता शेउली (Achinta Sheuli) ने गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा है. 20 साल के अंचिता शेउली ने वेटलिफ्टिंग की 73 किलोग्राम कैटेगरी में भारत को गोल्ड मेडल दिलाया. गोल्ड मेडल जीतने के बाद अंचिता शेउली ने कहा कि उनकी मुकाबला किसी भी विरोधी खिलाड़ी से नहीं था. अंचिता का कहना है कि उनकी टक्कर सिर्फ खुद से थी.


गोल्ड मेडल अपने नाम करने के लिए अंचिता शेउली ने रिकॉर्ड 313 किलोग्राम वजन उठाया है. यह उनके नजदीकी प्रतिद्वंदी से 10 किलो ज्यादा भार था. स्पोर्ट्स तक को दिए इंटरव्यू में अंचिता ने कहा कि कोई भी विरोधी खिलाड़ी उनकी टक्कर में नहीं था.

अंचिता ने कहा, ”कॉमनवेल्थ गेम्स में मैं अपना बेस्ट देना चाहता था. मैं ऐसा करने में कामयाब रहा. मेरी टक्कर किसी और से थी ही नहीं. मेरा मुकाबला खुद से था. मलेशियन खिलाड़ी मुझे टक्कर दे सकता था. लेकिन मैंने तय कर लिया था कि मैं अपना बेस्ट देकर उसे मात दे दूंगा.”

अंचिता ने आगे कहा, ”मुझे अपने प्रदर्शन में सुधार करना था. क्लीन एंड जर्क की दूसरी कोशिश में मैं कामयाब नहीं रहा. लेकिन मैंने एक और प्रयास किया और वह सफल साबित हुआ. मैं अपने प्रदर्शन से बेहद खुश हूं.”

अंचिता ने अपनी कामयाबी का श्रेय अपने बड़े भाई और कोच को दिया है. अंचिता का कहना है कि उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाने के लिए उनके भाई को बहुत संघर्ष करना पड़ा है. अंचिता शेउली के बड़े भाई भी वेटलिफ्टर ही रहे हैं. 

अंचिता की नज़र अब ओलंपिक खेलो में मेडल जीतने पर है. अंचिता ने साफ कर दिया है कि वो ओलंपिक के लिए अपनी कैटेगरी नहीं बदलेंगे और 73 किलोग्राम भारवर्ग में ही किस्मत आजमाएंगे. 


अचिन्ता शुली पदक रिकार्ड (Achinta Sheuli Medal Rrecord )


• साल 2019 में Commonwealth Weightlifting Championships  में 73 kg कैटेगरी में उन्हें गोल्ड मेडल हासिल किया है 

• साल 2021 में Commonwealth Weightlifting Championships  में 73 kg कैटेगरी में उन्हें गोल्ड मेडल हासिल किया है 

• साल 2021 में Junior World Weightlifting Championships में 73 kg कैटेगरी में उन्हें सिल्वर मेडल हासिल किया है 

• साल 2022 में Commonwealth Games में 73 kg कैटेगरी में उन्हें गोल्ड मेडल हासिल किया है 

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