मल्टीमीटर क्या है और कैसे काम करता है | What is a multimeter and how does it work in Hindi

  मल्टीमीटर  क्या है


‘ मल्टीमीटर ‘ का अर्थ है – कई प्रकार की वैद्युतिक राशियों को नापने वाला यन्त्र ये वैद्युतिक राशियाँ हैं – माइक्रो मिली एम्पियर , वोल्ट तथा ओह्म इस यन्त्र को ‘ एवी मीटर ( AVO meter means Ampere Volt Ohm meter ) भी कहते हैं । 

मल्टीमीटर का अविष्कार

मल्टीमीटर का आविष्कार सन् 1920 में रेडियो रिसीवर के रूप में किया गया था। इसका आविष्कार ब्रिटिश के इंजीनियर Donald Macadie ने किया था।

संरचना 


पारम्परिक प्रकार के मल्टीमीटर में मूलत : ( 0-250μ A मापसीमा वाला “ मूविंग क्वायल यन्त्र प्रयोग किया जाता है । इसमें निम्न अवस्था विद्यमान होती है 


डी.सी. विद्युत धारा मापन 


मूविंग क्वॉयल यन्त्र ‘ की मौलिक मापसीमा प्राय : ( 0-25μA होती है । शंट प्रतिरोध प्रयोग करके अन्य मापसीमाएँ जैसे 0-10mA.0-250mA आदि बनाई जाती है । 


डी.सी. वोल्टेज मापन  

मूविंग क्वॉयल यन्त्र ‘ के श्रेणी क्रम में उच्च प्रतिरोध मान वाला प्रतिरोधक संयोजित करके पत्र को बोल्टमीटर में परिवर्तित किया जा सकता है । तदनुसार , विभिन्न श्रेणी – प्रतिरोधक प्रयोग करके 0-10V , 0-50V , 0-250v , 0-1000V मापसोनार बनाई जाती है ।


ए.सी. वोल्टेज मापन 

इसके लिए मूविंग क्वायल यत्र ‘ के श्रेणी क्रम में प्रतिरोधक के साथ साथ एक रेक्टीफायर डायोड भी संयोजित किया जाता है । डायोड , ए.सी. को डी.सी. में परिवर्तित कर देता है और उसे यन्त्र द्वारा नाप लिया जाता है । डी . सी . की भांति ही ए.सी. वोल्टेज मापन के लिए कई मापसीमाएँ तथा 0-100V,0-50V,0-2500V,0-1000V बनायी जाती है । 


ओहा मापन Ohm Measurement 


किसी अज्ञात मान प्रतिरोधक का प्रतिरोध नापने के लिए पूर्व में वर्णित विधि के अनुसार , ‘ मूविंग क्वायल यन्त्र ‘ को ओहामीटर में परिवर्तित कर लिया जाता है । इस कार्य के लिए यन्त्र में एक बैट्री , एक शून्य समायोजक ( पोटैशियोमीटर ) तथा अन्य प्रतिरोधक लिए जाते है । ओहा मापन के लिए प्राय : दो मापसीमाएँ 0-100KΩ तथा 0-100MΩ बनाई जाती है । 


आउटपुट मापन Output Measurement 


मल्टीमोटर में डेसीबल मात्रक में एम्पलीफायर आदि का आउटपुट नापने की भी व्यवस्था की जाती है । इस कार्य के लिए ( 0-10V ए.सी. मायसीमा प्रयोग की जाती है और यन्त्र के पैमाने को डेसीबल में अंकित कर दिया जाता है । 


कार्य प्रणाली Working Procedure 


चित्र में दर्शाए गए मल्टीमीटर परिपथ में ‘ प्रोब्स ‘ ( probes ) को संयोजित करने के लिए बनाना – सॉकिट – पिन ‘ ( banana – socket – pin ) प्रयोग किए गए है । एक सॉकिट – पिन ‘ कॉमन होता है और ए.सी. वोल्ट , डी.सी. वोल्ट , ए.सी. माइक्रो मिली एम्पियर तथा ओह्म के लिए पृथक – पृथक सॉकिट – पिन प्रयोग किए गए हैं । कुछ यन्त्रों में सॉकिट – पिन के स्थान पर एक ‘ फंक्शन – स्विच तथा एक रेंज – स्विच ‘ प्रयोग किया जाता है । ‘ फंक्शन – स्विच ‘ के द्वारा यन्त्र को ए.सी. अथवा डी.सी. के लिए सैट किया जाता है और रंज – स्विच ‘ के द्वारा वांछित मापसीमा का चयन किया जाता है । 

मल्टीमीटर के प्रकार 

यह यंत्र दो प्रकार का होता है, जो कि निम्न प्रकार से हैं-


1. एनालॉग मल्टीमीटर

2. डिजिटल मल्टीमीटर


डिजिटल मल्टीमीटर (Digital Multimeter)

डिजिटल मल्टीमीटर एक आदुनिक टेक्नोलॉजी है  इसका प्रयोग एनालॉग मल्टीमीटर से ज्यादा होता है क्यूंकि यह एक साथ बहुत सरे काम कर देता है। इसमे एक सेवन सेगमेंट डिस्प्ले का उपयोग होता है जिसमे सभी प्रकार की आउटपुट दिखती है।


इसमे हम 200mv मिली वोल्टेज(Mv)से लेकर 450V (Ac)अल्टेरनेटिंग करंट देख सकते है। और ऐसी तरह ही इसमे हम Dc वोल्टेज को भी देख सकते है। डिजिटल में हम ज्यादा से ज्यादा 10(Amp)एम्पेयर तक का करंट माप सकते है।


यह उपकरण बहुत ही तेज काम करता है और इसका काम करने का तरीका भी बहुत आसान है।इस मीटर में लगा एक घूमने वाला एक तीर होता है जब भी कुश मापना है तो मीटर में लगे तीर को उसकी मुल्ये के साहमने कर देना है उसके बाद कनेक्टर से चेक कर सकते है।


एनालॉग मल्टीमीटर (Analog Multimeter)

एनालॉग मल्टीमीटर एक ऐसा उपकरण है जो की पुराने बकत का उपकरण है। इसमे इस्तेमाल होने वाली सुई जो की एक ग्राफ के साथ जुडी होती है इसके साथ मिल के मिलने वाली आउटपुट को दर्शाता है।


इस में किसी भी प्रकार के डिस्प्ले का उपयोग नहीं होता। इसको दो कनेक्टर की मदद से उपकरण कम्पोनेनेट को चेक किया जाता है। यह बजन में काफी भारी होता है और आकार में बड़ा होता है।


यह भी दूसरे मुलतईमेर की तरह Ac और Dc करंट को माप सकता है।यह मीटर केवल कुश ही प्रकार की इलेक्ट्रॉनिक चीजों को माप सकता है। और इसके साथ इसमे स्क्रीन न होने से इसको ज्यादा प्रयोग में नहीं लिया जा सकता।


मल्टीमीटरक की कीमत


पहले मल्टीमीटर काफी महंगे हुआ करते थे लेकिन पहले के मुकाबले अब मल्टीमीटर बहुत सस्ते हो गए हैं इसे आप ऑनलाइन ₹300 से लेकर ₹20000 तक खरीद सकते हैं. मल्टीमीटर की कीमत उसके काम के ऊपर निर्भर करती है और उसकी Range पर निर्भर करती है. अगर आप एक अच्छी कंपनी का मल्टीमीटर खरीदोगे तो इसके लिए आपको 500 से 1000 रुपए देने पड़ेंगे. और अगर आप एक साधारण मल्टीमीटर खरीदना चाहते हैं तो यह आपको 200 से ₹500 में पड़ेगा नीचे आपको कुछ मल्टीमीटर का लिंक दिया गया है जिन्हें आप ऑनलाइन खरीद सकते हैं.


विशेषताएँ Features 


1. एक अच्छे मल्टीमीटर की सुग्राहिता 20 kQ / वोल्ट होती है । 

2 कुछ मल्टीमीटर्स में 0-10A डी.सी. मापसीमा भी बनाई जाती है । इसके लिए बहुत ही अल्प मान वाला ‘ शंट ‘ प्रयोग करना पड़ता है । 

3. क्योकि मूविंग क्वॉयल यन्त्र , केवल डी.सी. पर ही कार्य करता है अत : इस यन्त्र पर आधारित मल्टीमीटर के द्वारा ए.सी. विद्युत धारा का मापन नहीं किया जा सकता । 


सावधानियाँ Precautions 


1. प्रतिरोध मापन के समय प्रतिरोधक को परिपथ से पृथक् कर लेना चाहिए 

2. प्रतिरोध मापन में सही पाठ्यांक प्राप्त करने के लिए प्रत्येक माप से पूर्व यन्त्र की प्रोब्स को आपस में स्पर्श करके- शून्य समायोजक ( पोटैशियोमीटर ) के द्वारा यन्त्र के संकेतक को पैमाने की शून्य स्थिति पर समायोजित कर लेना चाहिए । 

3. वोल्टेज मापन के समय प्रारम्भ में उच्च माप सीमा का चयन करना चाहिए ।


FAQ


Q .1 मल्टीमीटर से एंपियर कैसे नापे?

Ans :- किसी भी सर्किट के एंपियर पता करने के लिए आपको मल्टीमीटर को उस सर्किट के सीरीज में लगाना होगा. लेकिन एक बात का ध्यान रखें कि यह मल्टीमीटर सिर्फ DC करंट के एंपियर को माप सकता है.

Q .2 मल्टीमीटर से कौन कौन की मात्राएं मापा जाता है?

Ans मल्टी मीटर एक ऐसा मीटर है जिससे वोल्ट, करंट और रेजिस्टेंस तीनों ही मापा जा सकता है।



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