सीपीओ क्या है और कैसे काम करता है?


सीपीयू क्या है

कंप्यूटर की सेंटर प्रोसेसिंग यूनिट सभी अंकगणित संबंधी कार्य करती है ताकि निर्णय लेती है और दूसरी यूनिट के का्यों को निर्यत्रित करती है यह समस्त स्टोरेज उपकरणों को शामिल काती है इसलिए सेन्ट्रल प्रोसेसिंग यूनिट को कम्प्यूटर का हार्ट या नवृ सेन्टर हा जाता है उपरोक्त कार्यों को करने के लिए C.PU. में निम्नलिखित सह यूनिट होती हैं

1. कंट्रोल एंड टाइमिंग यूनिट (CTU)
2.  एरिथमेटिक एंड लॉजिक यूनिट (ALU)


1. कंट्रोल एंड टाइमिंग यूनिट  (CTU): 

यह कम्प्यूटर की सबसे जटिल यूनिट होती है और ट्रेफिक पुलिस की तरह कार्य  करती है। कम्प्यूटर में प्रत्येक प्रक्रिया के लिए यह यूनिट विशेष तरह के टाइमिंग व कन्ट्रोल सिग्नल उत्पन्न करती  है। इन सिग्नल की मदद से कन्ट्रोल एवं टाइमिंग यूनिट निम्न कार्य करती है।
(1) सर्वप्रथम यह इनपुट डेटा बस से निर्देशों को ग्रहण करके पड़ता है।
 (2) यह किसी निर्देश के एड्रेस को एड्रेस बस तक पहुंचाता है

 (3) यह प्राप्त निर्देश को डिकोड सर्किट तक भेजता है ताकि उसे उचित कोड में बदला जा सके।

 (4) यह ऐड्रेस, अपकोड व आपरेंड (डेटा) को मेमोरी से पड़ता है, क्योंकि किसी प्रक्रिया को पूर्ण करने के लिए इन सभी की आवश्यकता होती है।
(5) यह निर्देश के प्रत्येक भाग को उचित स्थान तक पहुँचाता है, जैसे डेटा को  वह एड्रेस को उनके उचित गंतब्य तक पहुँचाता है।

(6)यह रिजल्ट को मेमोरी या रजिस्ट्रेटर तक सग्रह करने के लिए पहुंचाता है

(7).संपूर्ण प्रोग्राम को प्राप्त करके पढ़ने के लिए प्रोग्राम अकाउंट का मान घटता है या बढ़ाता है

2. एरिथर्मेटिक एंड लॉजिक यूनिट

यह इसके नाम के अनुसार सभी तरह की अंकगणितीय प्रक्रिया जैसे add subtract multiple divide इत्यादि व 7 ही सभी लॉजिकल फंक्शन जैसे compare shift rotate and or इत्यादि क्रियान्यवयन करता है ए एल यू के हार्डवेयर बाबू को दर्शाया गया है जो  निम्नानुसार है

(a) एडर

यह एक विशेष प्रकार का सर्किट होता है जो दो अंकों को जोड़कर रिजल्ट देता है।

(b) एक्युमुलेटर :

 यह सामान्यतः गणना हेतु बार-बार उपयोग में आने वाला रजिस्टर होता है। इस रजिस्टर में हम ऐसा डेटा रखते हैं, जिस पर कोई प्रक्रिया करना है (सामान्यतःगणितीय) या फिर किसी प्रक्रिया के बीच में प्राप्त रिजल्ट को या फिर किसी रिजल्ट को। अधिकांशतः इसका उपयोग निर्देशों के क्रियान्वयन के समय किया जाता है। कभी-कभी अंकगणितीय गणनाओं के परिणाम भी एक्युमुलेटर के द्वारा MBR/MDR का उपयोग करके मुख्य स्टोरेज तक पहुंचाये जाते हैं। किसी कम्प्यूटर

में एक से अधिक एक्युमुलेटर का उपयोग भी सम्भव है।

(c) जनरल परपज/स्क्रेच पेड रजिस्टर

ये रजिस्टर्स् सामान्यतः किसी भी प्रक्रिया में उपयोगी डेटा तथा प्रक्रिया के बीच में प्राप्त परिणामों को संग्रह करते हैं। इन रजिस्टर्स् का उपयोग, उपयोगकर्ता स्वयं भी कर सकता है, किन्तु तब जबकि वह एसेम्बली भाषा में कार्य कर रहा हो।

(d) काउन्टर :

 यह एक विशेष प्रकार का रजिस्टर होता है, जो इस तक आने वाली कुल क्लॉक पल्स को गिनता है।

(e) शिप्टर :

 इसकी मदद से हम अंकगणितीय प्रक्रियाओं में किसी बिट को लेफ्ट या राइट में आवश्यकतानुसार शिफ्ट कर सकते हैं।

(f) काम्प्लीमेंटर :

 काम्प्लीमेंटर किसी बाइनरी नम्बर का 2’s (टूूज) काम्प्लीमेंट प्रदान करता है।

 3 मेमोरी यूनिट

अपने नाम के अनुरूप मेमोरी यूनिट सभी निर्देशों तथा डेटा को संग्रह करती है और इस यूनिट को प्रायमरी स्टोरेज या मेन मेमोरी या फिर इमिजियेट एक्सेस मेमोरी (IAM ) भी कहा जाता है। आदर्श मेमोरी वह है, जिसमें सभी सूचनाओं को संग्रहित किया जा सकता है तथा आवश्यकता के अनुसार तीव्रता से सूचनाओं को प्राप्त किया जा सकता है। यद्यपि मेमोरी यूनिट की बनावट के कारण इसमें शीघ्र आवश्यक डेटा तथा निर्देशों की सूचना को एक सीमित रूप में संग्रह किया जाता है। सूचनांओं के शेष भाग को सेकेन्डरी स्टोरेज डिवाइस में संग्रह किया जाता है। सेकेण्डरी स्टोरेज डिवाइस को आक्जीलरी मेमोरी भी कहा जाता है। दूसरे शब्दों में आक्जीवरी मेमोरी को एक्स्टर्नल मेमोरी या बैंकिंग गेजेटिक टेप होती हैं। यह बहुत उपयोगी हैं। मेन मेमोरी की स्टोर्स कहा जाता है। एक्सटर्नल मेमोरी में फ्लापी या तुलना में यह धीमी है तथा यह CPU का भाग नहीं होती हैं। यदि मेमोरी, सूचनाओं को प्राप्त करने में कम समय लेती ।

(4) आउटपुट यूनिट

अपने बाम के अहुरूप पुद पूनिट को परिणाम (रिजल्ट) प्रदान करती है जिस तरह इनपूट यूजर तथा कम्प्यूटर को जोड़ने का कार्य करती है आउस्पुट यूनिट भी बूजर तथा कम्प्यूटर के बीच में संचार के लिए लिंक बनाती है जब कम्प्यूटर में विशेष निर्देशों के अनुसार डेटा पर आपरेशन किया जाता है, तब इस यूनिट की सहायता से ही कम्प्यूटर यूजर को सूचना प्रदान करता है। यद्यपि कम्प्यूटर बायनरी भाषा में कार्य करता है पर इसके द्वारा दिये गये आउटपुट को यूजर द्वारा आसानी से समझा जा सकता है। जस भाषा में आउट पुट दिया जाता है, उसे हाई लेवल लेखेज कहते हैं। इनपुट उपकरण की तरह ही आउटपुट उपकरण भी बहुत से होते हैं, जिनमें से कुछ मुख्य आउटपुट उपकरण निम्नतिखित हैं:

(1) पेरेलल प्रिंट (लाइन प्रिंटर)

(2) सिरियल प्रिंटर (केरेक्टर प्रिंटर)

(3) स्पीकर

(4) ग्राफिकल आउटपुट

(5) विजुअल डिस्प्ले युनिट (V.D.U.)

(6) कम्प्यूटर आउटपुट ऑन माइक्रोफिल्म (COM )

(7) आडियो रिस्पांस युनिट

(8) आउटपुट ऑन मेग्नेटिक मीडिया

(9) प्लाटर्स

(10) आप्टीकल प्रिंटर

हमें उम्मीद है कि आपको मेरा article जरूर पसंद आया होगा! सीपीयू क्या है और कैसे काम करता है? मैं हमेशा यह कोशिश करता हूं कि रीडर को इस विषय के बारे में पूरी जानकारी मिल सके ताकि वह दूसरी साइड और इंटरनेट के दूसरे article पर जाने की कोशिश ही ना पड़े। एक ही जगह पूरी जानकारी मिल सके।

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