डीजल विद्युत शक्ति संयन्त्र क्या है | What is a diesel-electric power plant?

 डीजल विद्युत शक्ति संयन्त्र क्या है  

एक डीजल आधारित शक्ति संयन्त्र प्राइम मवर के रूप में डीजल इंजन का प्रयोग करता है जोकि विद्युत ऊर्जा को उत्पन्न करता है । यह शक्ति संयन्त्र साधारणतया छोटा होता है तथा उस स्थान पर स्थापित किया जा सकता है जहाँ पर इसकी वास्तविक रूप से आवश्यकता होती है इसका प्रयोग सीमित मात्रा में विद्युत ऊर्जा को उत्पन्न करने के लिए किया जाता है । अधिकतर देशों में डीजल आधारित शक्ति स्टेशनों का प्रयोग आपातकालीन शक्ति स्टेशनों के रूप में किया जाता है । डीजल एक महँगा और सीमित मात्रा में उपलब्ध ईंधन है , अतः केवल विशेष प्रयोजनों हेतु डीजल इंजन चालित आल्टरनेटर से विद्युत शक्ति पैदा की जाती है । इसका उपयोग रेगिस्तानों युद्ध स्थलों कैम्पो विवाह आदि उत्सवों , आपातकालीन विद्युत उत्पादन आदि में किया जाता है । इसकी आउटपुट क्षमता 0.5 KVA से 11O KVA तक होती है ।

 इस प्रकार के शक्ति संयन्त्र स्टेशन का मुख्य अवयव डीजल इंजन है , जिसके साथ विभिन्न निम्न प्रकार की प्रणालियाँ जुड़ी रहती हैं 

i ) वायु अन्तग्रही प्रणाली Air Intake System 

इस प्रणाली में आयु फिल्टर , डक्ट ( duct ) एवं सुपर चार्जर आने वाली वायु को साफ करता है तथा सुपर चार्जर , इस वायु होते हैं , जिनके द्वारा आवश्यक वायु को प्राप्त किया जाता है । फिल्टर इंजन द्वारा ली का दाब बढ़ाता है जिससे इजन को शक्ति बढ़ जाती है । इस प्रणाली में दाब – हानि ( pressure losses ) न्यूनतम होनी चाहिए अन्यथा इंजन की क्षमता निम्न एवं लागत बढ़ जाएगी ।  

(ii ) निकास प्रणाली Exhaust System

इसके अन्तर्गत साइलेंसर एवं संयोजन बाद एकत्र होने के डक्ट आते हैं । इंजन से निकलने वाली गैसों का तापक्रम उच्च होता है जोकि सिलेण्डर के मैनीफोल्ड में निकास पाइप के द्वारा वायुमण्डल में फैल जाती है । निकास पाइप में नलिका कटाक्ष ( tuhing secticins ) होने से इंजन कम्पन्न युक्त होते  हैं । इस प्रणाली में साइलेंसर का कार्य निकासी गैसों के द्वारा उत्पन्न ध्वनि को कम करना होता है । 

( iii ) ईंधन प्रणाली Fuel System 

इसके अन्तर्गत ईंधन भण्डारण टकियाँ , पम्प , स्टेनर , तापक एवं संयोजी पाइप लाइनें आती है । इसमें टैंक में भण्डारित ईंधन को पम्प के द्वारा दैनिक उपभोग टंकी में भेजकर स्टेनर से अशुद्धियों को हटाया जाता है । इस प्रणाली में दैनिक उपभोग टैंक की क्षमता कम – से – कम आठ घण्टे तक इंधन सप्लाई के अनुसार बनाई जाती है । इसमें सर्दियों में तापन व्यवस्था के द्वारा ईंधन को वांछित तापमान तक गर्म भी किया जाता है ।  

( iv ) शीतलन प्रणाली Cooling System

इस प्रणाली का मुख्य कार्य इंजन के सिलेण्डर के ताप को कम करना है जिससे वह उपयुक्त तापमान पर सुरक्षित कार्य कर सके तथा सिलेण्डर की कार्य आयु सीमा में वृद्धि हो सके । इसके लिए सिलेण्डर के चारों ओर जैकेट लगे होते हैं जिनमें से शीतल जल प्रवाहित होता रहता है । 

( v ) स्नेहक प्रणाली Lubricating System 

इस प्रणाली के द्वारा इंजन के मूविंग भागों को स्नेहन प्रदान किया जाता है जिससे उनके मध्य होने वाले घर्षण में कमी हो जाती है । इसके फलस्वरूप इंजन के अवयवों में टूट – फूट कम होती है । स्नेहक तेल को इंजन सम्बन्धी भागों में भेजने से पहले ठण्डा किया जाता है । इस प्रणाली में स्नेहक तेल पम्प , तेल टंकियों , स्टेनर , शोधक एवं संयोजी पाइप लाइनें सन्निहित होती हैं । 

( vi ) नियन्त्रण प्रणाली Controlling System

इस प्रणाली का कार्य सम्पूर्ण संयन्त्र की कार्यप्रणाली पर नियन्त्रण बनाए रखना होता है । इससे इंजन को गति प्रदान करके , ईंधन की वांछित सप्लाई एवं संयन्त्र को स्थिरता प्रदान की जाती है । डीजल आधारित शक्ति स्टेशन में इंजन के अन्दर डीजल जलता है तथा यह दहन प्रक्रिया द्रव को गति प्रदान करती है जिससे इंजन की शाफ्ट घूमती है । इसके घूमने से आल्टरनेटर प्रचालित होकर यान्त्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करता है । इस प्रकार के शक्ति संयन्त्र के द्वारा आपात स्थितियों में विद्युत शक्ति को प्राप्त किया जाता है । इनकी तापीय दक्षता भाप शक्ति संयन्त्रों से अधिक होती है । 

( vii ) स्टार्टिंग प्रणाली Starting System 

इसके द्वारा इंजन को चलाने का कार्य किया जाता है । इंजन की स्टाटिंग विद्युत मोटर अथवा सम्पीडित वायु द्वारा की जाती है । इसके अन्तर्गत स्टोरेज बैटरी , सैल्फ स्टार्टर , सम्पीडित वायु सप्लाई आदि निहित होते हैं । इसमें विद्युत मोटर अपनी सप्लाई स्टोरेज बैटरी से प्राप्त करता है ।

 लाभ Advantages 

• इस संयन्त्र का अभिकल्प एवं अभिन्यास सरल होता है ।  

• यह कम जगह घेरता है । 

• यह तीव्रता से चालू होकर कम समय में ही लोड पर कार्य करने में सक्षम हो जाता है । 

• इसमें शीतलन कार्य के लिए कम मात्रा में जल की आवश्यकता होती है । 

• समान आकार के भाप – शक्ति संयन्त्र की अपेक्षा तापीय दक्षता अधिक एवं लागत कम होती हैं । 

• इसमें प्रचालन कार्य के लिए स्टाफ की आवश्यकता नहीं होती है । 

हानियाँ Disadvantages 

• डोजल का मूल्य अधिक होने के कारण रनिंग लागत अधिक होती है । 

• यह कम मात्रा में शक्ति उत्पन्न करता है ।

• स्नेहकों की कीमत बहुत अधिक होती है । 

• इनका अनुरक्षण करने के लिए बहुत व्यय करना होता है ।

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