स्प्लिट-फेज इण्डक्शन मोटर क्या है
संरचना Construction
इस प्रकार का मोटर का रोटर, स्क्विरल केज प्रकार का होता है। स्टेटर पर दो वाइंडिंग स्थापित की जाती हैं जिन्हें क्रमश: रनिंग वाइंडिंग तथा स्टार्टिंग वाइण्डिग (running winding and starting winding कहते हैं। रनिग वाइण्डिग को मेन वाइण्डिग (main winding भी कहते हैं। ये दोनों वाइण्डिग्स, एक-दूसरे से 90 वैद्युतिक अंश पर स्थापित की जाती हैं। रनिंग बाइण्डिंग को मोटे तार से बनाया जाता है और उस खाँचो में अधिक गहराई पर स्थापित किया जाता है जिससे कि इसका प्रतिरोध निम्न तथा इण्डक्टेन्स उच्च रहे; इसे सीधे ही एकल-फज ए.सी. स्रौत से संयोजित किया जाता है। स्टार्टिंग वाइण्डिंग को पतले तार से बनाया जाता है और इसे खाँचों में कम गहराई पर स्थापित किया जाता है जिससे कि इसका प्रतिरोध उच्च तथा इंडक्टेंस निम्न रहे जिसके शरीर में सेंट्रीफ्यूगल स्विच संयोजित कर उसे 90 विद्युतीय अशं के अंतर पर स्थापित कर ऐसी स्रोत से संयोजित किया जाए
![Split-phase Induction Motor Split-phase Induction Motor](https://1.bp.blogspot.com/-1L2ngJj4Eyw/XwgYgCO851I/AAAAAAAAANM/VG5VBW7q39UE-_TOTWloYGjfpo7HpiKuwCLcBGAsYHQ/s640/CV_126507308087822.webp)
स्प्लिट-फेज इण्डक्शन मोटर कैसे कार्य करती है?
रनिंग वाइंडिंग का इंडक्टेंस उच्च होने के कारण उसमें से प्रभावित होने वाली विद्युत धारा आरोपित वोल्टेज से लगभग 40 से 50 अंश पिछडी जाती है जबकि स्टार्टिंग वाइंडिंग का इंडक्टेंस निम्न होने के कारण विद्युत धारा आरोपित वोल्टेज के लगभग इन फेस रहती है इसी प्रकार सिंगल फेज एसी स्रौत से 2 फेस का प्रभाव उत्पन्न कर घूमने वाला चुंबकीय क्षेत्र पैदा किया जाता है और मोटर स्वयं चालू हो जाती है स्टेटर वोल्टेज रनिंग कथा स्टैटिक बाइंडिंग में प्रभावित होने वाली विद्युत धारा का वेक्टर आरेख चित्र दर्शाया गया है मोटर द्वारा पर्याप्त घूर्णन गति प्राप्त कर लेने पर सेंट्रीफ्यूगल स्विच ऑफ हो जाता है और मोटर केवल रनिक वाइंडिंग पर ही कार्य करती रहती है।
विशेषताएं
स्प्लिट-फेज इण्डक्शन मोटर का टॉर्क सेंट्रीफ्यूगल स्विच ऑफ हो जाने पर केवल एक वाइंडिंग( रनिंग वाइंडिंग )के द्वारा ही पैदा होता है परंतु उस टॉर्क का मान दोनों वाइंडिंग के दौरा पैदा किया जा रहे टॉर्क के लगभग बराबर होता है
अनुप्रयोग
यह मोटर अतः 0.5 HP तक की क्षमता में बनाई जाती है इनके पावर फैक्टर का मान 0.3 to 0.4 के बीच होता है इनका प्रयोग छोटे पंप ग्राइंडर बफिंग मशीन वाशिंग मशीन वुड वर्किंग मशीन फैन आदि में किया जाता है
घूर्णन दिशा परिवर्तित [variation in rotor direction]
इस मोटर की रनिंग वाइंडिंग अथवा स्टार्टिंग वइंडिंग के संयोजन की दिशा परिवर्तित करके मोटर की घूर्णन दिशा परिवर्तित की जा सकती है।
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