Gi Tag क्या है,कौन देता है और किसे मिलता है | Gi Tag Full Form

Gi Tag क्या है – 

जीआई टैग एक प्रकार का लेबल होता है यहांं किसी वस्तु को तब दिया जाता है जब वहां किसी स्थान विशेष वस्तु या उत्पाद की भूमिका को दर्शाताा है जैसे किसी स्थान विशेष वस्तु यह उत्पाद की भूमिका को दर्शाताा है जैसे किसी स्थान का नाम उस वस्तु सुप्रसिद्ध होताा है जैसे आगरा का पेठा, कोलकाता के मिष्टि दोई, राजस्थान का दाल बाटी चूरमा, आदि जीआई टैग से वस्तु की अलग स्थाई पहचान प्राप्त होती है जीआई टैग अधिकांशत उसकी बनावट पहचान गुणवत्ता वाह जहां जहाँ उसका उत्पादन होता है वहां की जलवायु आदि को देखकर  जीआई टैग किसी वस्तु को दिया जाता है जीआई टैग किसी वस्तु के पहचान को दर्शाता है जहां उसका उत्पादन होता है उस वस्तु के पहचान उसी क्षेत्र से होती है जी आई अधिकांशत उन वस्तु को दिया जाता है जिन का उत्पादन एक से ज्यादा क्षेत्रों में होता है

 Gi Tag full form

 Gi tag का फुल फॉर्म Geographical Indication Tag हैं! जीआई टैग को हिंदी में भौगोलिक संकेत कहते हैं।

किसे मिलता है जी आई टैग 

जी आई टैग से पहले किसी भी सामान की गुणवत्ता को बारीकी से परखा जाता है यहां तरह किया जाता है कि उस वस्तु का उत्पादन उसी क्षेत्र में हो रहा है या अन्य क्षेत्रों में भी उसका उत्पादन होता है जीआई टैग को देने से पहले उस वस्तु की ओरिजिनलटि को परखा जाता है कई वस्तु के उत्पादन में मौसम की भी बेहतर भूमिका होती है जी आई टैग  सभी गुणवत्ता को जांचने के बाद ही किसी वस्तु को जीआई टैग दिया जाता है

 भारत मे कौन देता है जी आई टैग 

भारत में जीआई टैग वाणिज्य मंत्रालय के तहत आने वाले डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्री प्रमोशन एंड इंटरनल ट्रेड के द्वारा दिया जाता है भारत में यह टैग किसी खास फसल प्राकृतिक रूप से उत्पादित फसल विशिष्ट क्षेत्रों में तैयार किया जाने वाला वस्तु को दिया जाता है कई बार यहां टैग दो या दो से अधिक राज्यों को जीआई टैग प्रदान किया जाता है क्योंकि उस राज्य में उस वस्तु का निर्माण होता है जैसे कि चावल का निर्माण हरियाणा दिल्ली पंजाब जम्मू कश्मीर पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में होता है इसलिए उन राज्यों में मिलाजुला जीआई टैग दिया जाता है

  अब तक कितनी वस्तु को मिला जी आई टैग

भारत को अब तक 272 वस्तुओं को जी आई मिल चुका है WIPO (वर्ल्‍ड इंटलैक्‍चुअल प्रॉपर्टी ऑर्गनाइजेशन) की तरफ से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जीआई टैग दिया जाता है जीआई टैग को प्राप्त करने के लिए चेन्नई स्थित डेटाबेस अप्लाई करना पड़ता है एक बार रजिस्ट्री के बाद 10 साल तक यहां टेक माने होता है तथा उसे पुनः रिन्यू कराया जा सकता है सबसे पहले जी आई टैग दार्जिलिंग चाय को 2004 में मिला था

 भारत की 365 वस्तुओं को मिला जीआई टैग

भारत को अब तक 365 वस्तुओं को जीआई टैग मिल चुका है जीआई टैग अंतरराष्ट्रीय स्तर पर (WIPO) की तरफ से दिया जाता है इस कारण टैग वाली वस्तुओं को कोई आने देश दावा नहीं कर सकता कि वहां उनकी खोज है सबसे अधिक जीआई टैग जर्मनी को मिले हैं उन्होंने 9499 वस्तुओं के लिए जी आई टैग प्राप्त है चीन दूसरे स्थान पर 7566 तथा यूरोपियन यूनियन तीसरे नंबर पर 4914 टैग के साथ है

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