साधारण ब्याज क्या है
यदि कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति या बैंक इत्यादि से कुछ धन उधार लेता है तो उसे इस धन का उपयोग करने के लिए कुछ अतिरिक्त धन वापस करना होता है इस अतिरिक्त धन को साधारण ब्याज कहते हैं
मूलधन (Principal):
वह धन, जो कर्ज के रूप में ली जाती है या दी जाती है. वह मूलधन कहलाता है. इसे P से व्यक्त किया जाता है.
समय (Time):
कर्ज ली या दी जाने की अवधि समय कहलाता है. इसे T या t से व्यक्त किया जाता है.
ब्याज दर ( Rate of Interest)
जिस दर से ब्याज लिया या दिया जाता है ब्याज दर कहलाता है. इसे r या R से सूचित किया जाता है.
ब्याज ( Interest ):
मूलधन के अतिरिक्त जो धन वापस किया जाता है, ब्याज किया जाता है. इसे I से सूचित किया जाता है.
मिश्रधन ( Amount ):
उदाहरण लिए गए धन को मूलधन तथा वापस किए गए धन को मिश्रधन कहते हैं
साधारण ब्याज के महत्वपूर्ण फार्मूला
• कोई धन R % साधारण ब्याज की दर से T समय में n गुना हो जाता है, तो समय
= (n – 1) / R × 100
•. कोई धन T वर्षों में साधारण व्याज की दर से n गुना हो जाता है, तो ब्याज दर (R)
= (n – 1) / T × 100
साधारण ब्याज के संकेत अर्थ
I = Interest (ब्याज)
P = Principal (मूलधन)
R = Rate of Interest ( ब्याज दर)
T = Time (समय)
A = Amount ( मिश्रधन)