मनीष नरवाल का जीवन परिचय
पूरा नाम :- मनीष नरवाल
जन्म तिथि :- 17 Oct 2001
जन्म स्थान :- सोनीपत (हरियाणा)
गृह जिला :- सोनीपत (हरियाणा)
पिता का नाम :- दिलबाग सिंह
उम्र :- 19 वर्ष
हाइट :- 5.9 फिट
वजन :- 65 kg
Eye Color – Black
Hair Color – Black
खेल :- पारा पिस्टल निशानेबाज
प्रतिस्पर्धा :- SH-1
मनीष नरवाल का प्रारंभिक जीवन
मनीष नरवाल का जन्म हरियाणा के सोनीपत जिले में 17 अक्टूबर 2001 को हुआ था इनके पिता का नाम दिलबाग सिंह है मनीष एक पारा निशाने बाज हैं नरवाल के दाहिने हाथ में विकलांगता है; वह इस बीमारी के साथ पैदा हुआ था, इस बीमारी का कारण जन्मजात है।
मनीष नरवाल फुटबॉलर बनना चाहते थे. लेकिन दिव्यांगता की चुनौतियां थी, मगर ये चुनौतियां मनीष के एथलीट बनने के इरादे को डिगा नहीं सकी.
मनीष ने पिता और सहयोगियों की सलाह पर 2016 में शूटिंग में करियर बनाने का फैसला किया. नरवाल ने हरियाणा के फरीदाबाद में शूटिंग करनी शुरू की. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे पलटकर नहीं देखा. नरवाल कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं में जीत हासिल कर चुके हैं.
मनीष नरवाल का करियर
2016 में फरीदाबाद हरियाणा से अपने कैरियर की शुरुआत किया। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खेलों में इन्होंने रजत और कांस्य पदक जीत चुके हैं। मनीष ने 2018 में जकार्ता में हुए एशियाई खेलों में 10 मी और 50 मीटर इवेंट में एक गोल्ड और एक ब्रॉन्ज मेडल जीता था. मनीष ने सिडनी में 2019 विश्व चैंपियनशिप में अपने शानदार फॉर्म को दोहराया. उन्होंने जिन इवेंट्स में हिस्सा लिया, उनमें से तीन में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया.
पैरालंपिक खेल में पहली बार Tokyo Paralympic 2020 में भाग लिया। Paralympic 2020 में P4 Mixed 50M Pistal में Gold Medal जीतने में कामयाब रहे।
टोक्यो पैरालंपिक मनीष नरवाल का प्रदर्शन
टोक्यो पैरालंपिक में भारतीय एथलीट्स मनीष नरवाल का शानदार प्रदर्शन जारी है. शनिवार को शूटिंग में भारतीय पैराशूटर्स ने कमाल कर दिया. मनीष नरवाल ने P4 मिक्स्ड 50 मीटर पिस्टल एसएच-1 में गोल्ड जीता. उन्होंने फाइनल में 218.2 स्कोर के साथ पहला स्थान हासिल किया. खास बात ये रही कि इस इवेंट में दूसरे नंबर पर भी भारतीय एथलीट सिंहराज दूसरे स्थान पर रहे और उन्होंने सिल्वर जीता.
मनीष नरवाल का पुरस्कार
वर्ष 2020 में मनीष नरवाल को अवार्ड से भी समनित किया जा चुका है मनीष को निशानेबाज में बेहतर प्रदर्शन के लिए खेल मंत्रालय द्वारा Arjun Award से सम्मानित किया जा चुका है।