केबिल क्या है और इसकी कितने प्रकार के होती है?

केबिल क्या है 

एक अथवा कई ऐठे हुए तारों वाला , एक अथवा कई कोर वाला आवरण युक्त तार केबिल कहलाता है प्रत्येक तार अथवा केबल, चालक होते हैं परंतु प्रत्येक चालक ,तार अथवा केबल नहीं होते जैसे बस बार चालक तो है परंतु तार अथवा केबल नहीं है बस बस एक लंबा आयताकार कटाक्ष वाला चालक है

 केबिल कितने प्रकार के होते हैं

वोल्टेज ग्रेड के आधार पर केबिल्स का वर्गीकरण 

 वोल्टेज ग्रेड के आधार पर केबिल्स को इन चार वर्गों में वर्गीकृत किया जा सकता है 

निम्न वोल्टेज केबिल Low Voltage Cable 

250 वोल्टेज तक की वोल्टेज , निम्न श्रेणी की कहलाती है । अत : 250 वोल्ट तक घरेलू ‘ लाइट एण्ड फैन ‘ तथा पॉवर ‘ लोड के लिए बनाए गए केबिल , निम्न वोल्टेज केबिल कहलाते हैं । ये वी.आई.आर. , पी.वी.सी. , सी.टी.एस. , वैदर – प्रूफ तथा फ्लैक्सिबिल प्रकार के होते हैं । 

मध्यम वोल्टेज केबिल Medium Voltage Cable 

650 V तक की वोल्टेज , मध्यम वोल्टेज कहलाती है । अत : 650 V तक घरेलू एवं औद्योगिक ‘ पॉवर ‘ लोड के लिए बनाए गए केबिल , मध्यम वोल्टेज केबिल कहलाते हैं । ये वी.आई.आर. , पी.वी.सी. , सी.टी.एस , वैदर – प्रूफ , लैड शीथ्ड , ट्रोपोड्योर तथा फ्लैक्सिबिल प्रकार के होते हैं ।

उच्च वोल्टेज केबिल High Voltage Cable 

22,000 V तक की वोल्टेज , उच्च श्रेणी की कहलाती है । अत : 22,000 V तक विद्युत वितरण प्रणाली में प्रयोग किए जाने वाले केबिल , उच्च वोल्टेज केबिल कहलाते हैं । ये आर्मर्ड केबिल अथवा स्टैण्डेड प्रकार के नंगे तार होते हैं । 

अति उच्च वोल्टेज केबिल Extra – high Voltage Cable

 22,000 V अर्थात् 22 kV से अधिक की वोल्टेज , अति उच्च श्रेणी की कहलाती है । अत : 22kV से अधिक वोल्टेज पर प्रयोग किये जाने वाले केबिल , अति उच्च वोल्टेज केबिल कहलाते हैं । ये स्टैण्डेड प्रकार के नंगे तार होते हैं और प्राय : ताँबे से बने होते हैं ।

केबिल का चयन किस प्रकार किया जाता है

वैद्युतिक वायरिंग में प्रयोग किए जाने वाले केबिल की विद्युत धारा वहन क्षमता उसके कटाक्ष क्षेत्रफल ( cross – sectional area ) के अतिरिक्त अन्य कारकों पर भी निर्भर करती है , जो निम्न प्रकार हैं 

धातु की किस्म Type of Metal 

प्रत्येक धातु का विशिष्ट प्रतिरोध ( specific resistance ) भिन्न – भिन्न होता है , अत : उसकी विद्युत धारा वहन क्षमता भी भिन्न – भिन्न होती है । 

अचालक की किस्म Type of Insulator 

कुछ अचालक पदार्थ , तार में पैदा हुई ऊष्मा को वायुमण्डल में फैला देते हैं । अत : केबिल में प्रयुक्त अचालक पदार्थ उसके कार्यकारी तापमान को फलत : उसकी विद्युत धारा वहन क्षमता को प्रभावित करता है । 

केबिल स्थापना विधि Cable Installation Method 

खुले वातावरण में स्थापित केबिल , कण्ड्यूट आदि में स्थापित केबिल्स की अपेक्षा अधिक विद्युत धारा वहन कर सकते हैं क्योंकि खुले वातावरण में स्थापित केबिल्स की ऊष्मा वायुमण्डल में फैलती रहती है ।

परिपथ में फेजों की संख्या Number of Phases in a Circuit 

3 फेज लाइन में 3 या 4 केबिल अथवा 3 या 4 कोर वाला कैबिल प्रयोग किया जाता है । इस प्रकार अधिक संख्या में केबिल्स अधिक ऊष्मा पैदा करते है और केविल्स की विद्युत धारा वहन क्षमता घट जाती है ।

 सुरक्षा साधन की किस्म Type of Safety Mean 

वैधुतिक परिपथ में प्रयोग किए जाने वाले सुरक्षा साधन ( फ्यूज ) के आधार पर 15 : 691 के अन्तर्गत निम्न दो प्रकार के सुरक्षा साधन निर्धारित किए गए है ‘

 सामान्य ‘ अधिक विद्युत धारा सुरक्षा साधन Coarse Excess Electric Current Protection 

इस प्रकार का फ्यूज , निर्धारित लोड करण्ट मान के 1.5 गुना करण्ट मान पर लगातार 1 घण्टे तक भी प्रचालित नहीं होता ( सामान्य किट – कैट पपूज ) अर्थात् पिघलता नहीं और परिपथ को तोड़ता नहीं । 

सीमित ‘ अधिक विद्युत धारा सुरक्षा साधन Close Excess Electric Current Protection 

इस प्रकार का सुरक्षा साधन ( अर्थात् फ्यूज ) , निर्धारित लोड करण्ट मान के 1.5 गुना करण्ट मान पर 4 घण्टे में निश्चित रूप से प्रचलित हो जाता है अर्थात् फ्यूज पिघलकर परिपथ को तोड़ देता है ( कार्टरिज फ्यूज , एच . आर . सी . फ्यूज ) । 

चारों ओर का तापमान Ambient Temperature 

केबिल के चारों ओर विद्यमान तापमान में वृद्धि होने पर उसकी विद्युत धारा वहन क्षमता घट जाती है । किसी केबिल का रेटिंग – फैक्टर 40 ° C तापमान पर इकाई होता है । 40 से तापमान का मान अधिक हो जाने पर केबिल की विद्युत धारा वहन क्षमता घट जाती है क्योंकि उसके रेटिंग फैक्टर का मान घट जाता है

कोरों की संख्या Numbers of Cores 

केबिल में कोरों की संख्या बढ़ जाने पर उसके चारों ओर का तापमान ( ambient temperature ) बढ़ जाता है और फलत : उसकी विद्युत धारा वहन क्षमता घट जाती है

 केबिल्स की कितने प्रकार की किस्में होती है

सामान्यत: अचालक आवरणयुक्त (insulated) तार को केबिल कहते हैं। वैधुतिक वायरिंग में प्रयोग किये जाने वाले केबिल्स निम्नलिखित प्रकार के होते है

1. बी.आई.आर. केबिल,

2.सी.टी.एस. केबिल,

3.पी.बी.सी.केबिल,

4. लैड शीघ्ड केबिल,

5 वैदर-प्रूफ केबिल,

6. ट्रोपोड्योर केबिल,

7.फ्लैक्सिबिल केबिल तथा

8. आर्मड केबिल।

फ्लैक्सिबिल केविल्स के अतिरिक्त अन्य केयिल्स में ताँबे अथवा एल्युमीनियम का एक अधवा कई तार प्रयोग किये जाते हैं। ये एक भिन्नात्मक संख्या के रूप में व्यक्त किये जाते है जिसमें ‘अंश’ तारों की संख्या तथा ‘हर’ एक तार का SWG नम्बर अथवा उसका व्यास व्यक्त करता है।

(1) ताँबे के तार 1/18,3/22,3/20,7/22,7/20,7/18,7/17,19/18, 19/17, 19/16 आदि होते हैं।

(2) एल्युमीनियम के तार 

1/1.40,1/L80,1/224.1/280,1/3.55,7/1.70,7/224,7/2.50,7/300 आदि होते है।

वी.आई.आर. केबिल Vulcanized India Rubber or V.I.R. Cable

टिन आलेपित ताँबे के तार पर वल्कैनाइज्ड इण्डिया रबर का आवरण, उस पर सूती धागे की बुनाई का आवरण और उस पर बिटुमन पदार्थ का लेप चढ़ाकर वी.आई.आर. केबिल तैयार की जाती है। इसका उपयोग केसिंग-केपिंग, कन्ड्यूट पाइप एवं अस्थायी प्रकार की वैद्युतिक वायरिंग में किया जाता है। वी.आई.आर. केबिल प्राय: एक कोर वाला होता है परन्तु दो व तीन कोर वाले वी.आई.आर. केबिल भी बनाये जाते हैं। इनका प्रचलन धीरे-धीरे काफी कम हो गया है।

सी.टी.एस. केबिल Cab Tyre Sheathed or C.T. S. Cable

टिन आलेपित तांबे के तार पर वल्कैनाइज्ड इण्डिया रबर का आवरण और उसके ऊपर कठोर रबर का सुरक्षा आवरण चढ़ाकर सी.टी.एस.केबिल तैयार किया जाता है। यह एक, दो तथा तीन कोर में बनाया जाता है। इसे टी.आर.एस. या ‘टफ रबर शीण्ड केबिल’ (T.R.S.orTough Rubber Sheathed Cable) भी कहते हैं। इसका उपयोग नमी वाले स्थानों की वैद्युतिक वायरिंग में किया जाता है। इसका प्रचलन भी धीरे-धीरे घट रहा है।

पी.वी.सी. केबिल Poly Vinyle Chloride or P.V. C. Cable

ताँबे अथवा एल्युमीनियम के नंगे तारों पर पी.वी.सी. आवरण चढ़ाकर यह केबिल तैयार किया जाता है। पी.वी.सी. नमी, जल, अम्ल, वातावरण परिवर्तनों से अप्रभावित रहने वाला कठोर सिन्थेटिक पदार्थ है। पी.बी.सी. केबिलों को सुरक्षा आवरण की आवश्यकता नहीं होती। यह एक, दो,‌तीन तथा चार कोर में बनाया जाता है। अत्यधिक उच्च तापमान पर पी.वी.सी. नर्म हो जाता है और अत्यधिक कम तापमान पर यह पदार्थ भुरभुरा हो जाता है। इसलिए अत्यधिक उच्च एवं अत्यधिक कम तापमानों के अतिरिक्त सभी प्रकार की परिस्थितियों में और सभी प्रकार की वैद्युतिक वायरिंग में पी.वी.सी. केबिल्स प्रयोग किये जाते हैं।

लैड शीथ्ड केबिल

टिन आलेपित तांबे तार पर वल्कैनाइज्ड इण्डिया रबर का आवरण और उसके ऊपर शीशा नामक धातु का सुरक्षा आवरण चढ़ा करलैड शीथ्ड केबिल तैयार किया जाता है यह भी1,2,3 तथा 4 कोर में बनाए जाते हैं यह यांत्रिक रूप से सुदृढ़ केबिल है और इसका उपयोग रासायनिक उद्योगों एवं अन्य मशीनों की वैद्युतिक वायरिंग में किया जाता है। इस केबिल के यात्विक आवरण को ‘अर्थ’ करना आवश्यक होता है जिससे कि अचालक आवरण चटक जाने की स्थिति में मशीन की बॉडी, फेज के सम्पर्क में आकर विद्युत झटका न दे सके।

वैदर-प्रूफ केबिल Weatherr-proof Cable

यह केबिल वी.आई.आर. केबिल की भाँति ही होता है परन्तु इसमें बिटुमन पदार्थ का लेप करने के स्थान पर इसे यावरण परिवर्तनों (वर्षा, धूप, ठण्ड आदि) को सह सकने वाले द्रव पदार्थ में डुबोकर वैदर-भ्रूफ किया जाता है। यह भी एक, दो, तीन तथा चार कोर में बनाया जाता है।इसका उपयोग घरेलू एवं औद्योगिक वैद्युतिक वायरिंग में खुले स्थानों में किया जाता है।

 Tropodure Cable

यह केबिल, पी.वी.सी. केबिल के ऊपर ‘थमोप्लास्टिक कम्पाउण्ड’ का आवरण चढ़ाकर तैयार किया जाता है। यह भी एक, दो, तीन तथा चार कोर में बनाया जाता है। इसका उपयोग हल्की भूमिगत वैद्युतिक वायरिंग (230 वोल्ट तक) में भी किया जा सकता है। यह रेलवे सिगनल्स एवं पॉवर उपकरणों की वायरिंग में प्रयोग किया जाता है।

फ्लैक्सिबिल केबिल Flexible Cable 

यह लचीला केबिल होता है और यह निम्न तीन प्रकार का होता है 

सामान्य फ्लैक्सिबिल केबिल Ordinary Flexible Cable 

इसे ताँबे के महीन अनेक तारों पर पी वी.सी. आवरण चढ़ाकर तैयार किया जाता है । तार का व्यास सामान्यत : 0,193 मिमी और उसकी SWGG संख्या 36 होती है । तारों की संख्या के अनुसार ये विभिन्न विद्युत धारा वहन क्षमता वाले होते हैं । इनका उपयोग सामान्य कार्यों , अस्थायी वैद्युतिक वायरिंग , लाउडस्पीकर को एम्प्लीफायर से जोड़ने आदि में किया जाता है । 

कॉटन या सिल्क कवर्ड फ्लैक्सिबिल केबिल Cotton or Silk Covered Flexible Cable

 ये ताँबे के 36 SWG नम्बर के 23 या 40 तारों पर वल्कैनाइज्ड इण्डिया रबर का आवरण और उसके ऊपर सूती अथवा सिल्क के धागे की बुनाई का आवरण चढ़ाकर तैयार किये जाते हैं । ये प्राय : 3 कोर वाले होते हैं और इनका उपयोग विद्युत प्रैस , विद्युत टोस्टर आदि विद्युत – ऊष्मीय उपकरणों में मेन – लीड के रूप में किया जाता है । 

वर्कशॉप फ्लैक्सिबिल कॉर्ड Workshop Flexible Cord 

ये केबिल 25 एम्पियर तक विद्युत धारा वहन क्षमता में 3 या 4 कोर वाले बनाये जाते हैं । इनमें प्रत्येक कोर के ऊपर पी वी सी अथवा वल्कैनाइज्ड इण्डिया रबर का आवरण होता है और सभी कोरों के ऊपर एक सुरक्षा आवरण होता है । सुरक्षा आवरण पी.वी.सी अथवा कठोर रवर का होता है । इनका उपयोग वर्कशॉप में सचल मशीनों की मेन लीड के रूप में किया जाता है । 

आमर्ड केबिल Armoured Cable 

ये प्रायः 3 या 4 कोर वाले केबिल होते हैं । इनका उपयोग भूमिगत केबिल ( underground cable ) के रूप में किया जाता है इसलिए इन पर कई प्रकार के अचालकों के कई आवरण चढ़ाकर इन्हें इतना मजबूत बनाया जाता है कि 50-100 वर्षों तक भी ये खराब न हों ।

 XLPE केबिल XLPE Cable 

यह एक आधुनिक प्रकार का केबिल है जिसका अचालक आवरण पॉलिथिलीन ( polythelene ) से बनाया जाता है । यह 1 किलो वोल्ट से अधिक वोल्टता पर और 90 ° C से 140 ° C तापमान पर भी भली प्रकार कार्य कर सकता है । इसका पूरा नाम है- Cross Linked Polythelene Cable . .

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