मन को शांत करने वाले भगवान गौतम बुद्ध के 161 अनमोल विचार | 161 priceless thoughts of Mahatma Gautam Buddha In Hindi

 मन को शांत करने वाले भगवान गौतम बुद्ध के 161 अनमोल विचार 


1. अनमोल विचार 

एक पल एक दिन को बदल सकता है  एक दिन एक जीवन को बदल सकता है एक जीवन एक पूरी दुनिया को बदल सकता है

2. अनमोल विचार 

 क्रोध को प्यार से बुराई को अच्छाई से स्वार्थ को उदारता से और बुरे व्यक्ति को सच्चाई से जीता जा सकता है

3.अनमोल विचार

 जिस व्यक्ति का मन शांत होता है जो व्यक्ति बोलते और अपना काम करते समय शांत रहता है वहां वही व्यक्ति होता है जिसने सच को हासिल कर लिया है और दुख तकलीफों से मुक्त हो चुका है

4.अनमोल विचार

 जो व्यक्ति अपने जीवन को समझदारी से जीता है उसे मृत्यु से भी डर नहीं लगता

5.अनमोल विचार

अज्ञानी आदमी एक बेल के समान है वहां ज्ञान में नहीं आकार में बढ़ता है

6.अनमोल विचार

 क्रोध को पाले रखना गर्म कोयले को किसी और पर फेंकने की नियत से पकड़े रखने के समान है इसमें आप ही जलते हैं

7.अनमोल विचार

  नफरत की आग में जलते हुए इस संसार में खुशी और हंसी स्थाई नहीं हो सकती

8.अनमोल विचार

 अगर आप अंधेरे में डूबे हुए हैं तो रोशनी की तलाश क्यों नहीं करते

9.अनमोल विचार

 एक जागे हुए व्यक्ति को रात बड़ी लंबी लगती है एक थके हुए व्यक्ति को मंजिल बहुत दूर नजर आती है इस तरह ही सच्चे धर्म से बेखबर मूर्खों के लिए जीवन मृत्यु का सिलसिला उतना ही लंबा लगता है

10.अनमोल विचार

 निश्चित रूप से जो नाराजगी युक्त विचारों से मुक्त होते हैं वही जीवन में शांति पाते हैं


11. अतीत में ध्यान केंद्रित नहीं करना और भविष्य के लिए सपने नहीं देखना बल्कि अपने दिमाग को वर्तमान क्षण में केंद्रित करना


12. जिस प्रकार लापरवाह रहने पर घास जैसी नरम चीज की धार भी हाथ को घायल कर देती है उसी तरह से धर्म के वास्तविक स्वरूप को पहचानने मैं हुई गलती आपको नर्क के दरवाजे तक पहुंचा देती है


13. बुराई अवश्य रहन चाहिए  तभी तो अच्छाई अपनी उस पर पवित्रता साबित कर सकती है


14. एक मूर्ख व्यक्ति एक समझदार व्यक्ति के साथ रहकर भी अपने पूरे जीवन में भी सच को उसी तरह से नहीं देख पाता जिस तरह एक चम्मच सूप के स्वाद का आनंद नहीं ले पाता


15. माता-पिता बन्ना एक सुखद अनुभव है उत्साह से जीवन जीना और स्वयं पर महारत हासिल करना खुशी देता है.


16. बुराई से दूर रहने के लिए अच्छाई का विकास कीजिए और अपने मन को अच्छे विचारों से भर लीजिए


17. अच्छे स्वास्थ्य में एक शरीर रखना एक कर्तव्य अन्यथा हम अपने मन को मजबूत और साफ रखने में सक्षम नहीं हो पाएंगे


18. रास्ता आकाश में नहीं रास्ता दिल में है जिस तरह काश में मिट्टी उछलने पर वहां अपने मुंह पर ही गिरती है उसी तरह मूर व्यक्ति अच्छे लोगों के साथ बुरा करने की कोशिश करता है उनका खुद का ही बुरा होता है


19. अच्छे से याद रखें कि बुरा कार्य अपने मन में बोझ रखने के समान है


20. जो व्यक्ति अपने जीवन में 50 लोगों से प्यार करता है उसके पास खुश होने के 50 कारण होते हैं


21. जो किसी से प्यार नहीं करता उसके पास खुश रहने का कोई कारण नहीं होता


22. झरना बहुत शोर मचाता है लेकिन सागर गहरा और शांत होता है


23. जिस काम को करने में वर्तमान में दुख परंतु भविष्य में खुशी हो उसे करने के लिए काफी अभ्यास की जरूरत होती है


24. ज्ञान ध्यान से पैदा होता है और ध्यान के बिना ज्ञान खो जाता है


25. ज्ञान की प्राप्ति और हानि इस दुगने मार्ग को जानकर व्यक्ति को खुद को इस तरह से साधना चाहिए ताकि ज्ञान में वृद्धि हो


26. दूसरे लोगों के दोष को ना देखे और ना ही उनकी गलतियों को इसके बजाय अपने खुद के कर्मों को देखें कि आप क्या कर चुके हैं और क्या करना बाकी है


27. अकेलापन ऐसे व्यक्ति को खुशी देता है जो संतोषी है जितने धर्म के बारे में सुना है और उसे साफ तौर से देखा है


28. जो व्यक्ति सच्चाई की तलाश नहीं करते हैं वहां जीवन जीने के असली उद्देश्य भटक गए हैं


29. मैं कभी नहीं देखता कि क्या किया गया है केवल यहां देखता हूं कि क्या करना बाकी है


30. कोई भी व्यक्ति बहुत ज्यादा बोलने से कुछ नहीं सिख  पाता


31. समझदार व्यक्ति वही कहलाता  है जो धीरज रखने वाला क्रोधित ना होने वाला और निडर होता है


32. उदार हृदय दयालु वाणी सेवा और करुणा का जीवन वे  बातें हैं जो मानवता का नवीनीकरण करती है


33. शक आदत बहुत बेकार है शक लोगों को अलग कर देता है यहां दो अच्छे दोस्तों को या किसी भी अच्छे रिश्ते को खराब कर देता है


34. मन सभी आंशिक अवस्थाओं के ऊपर होता है


35. अगर आपको अच्छा साथ ही ना मिले तो अकेले चलिए उस हाथी की तरह जो जंगल में अकेले घूमता है


36. अकेले रहना कहीं अच्छा है बजाय उन लोगों के जो आपकी प्रगति में बाधा डालते हैं


37. तीन चीजें लंबे समय छिप नहीं सकती सूर्य चंद्रमा और सच


38. जीवन में 1 दिन भी समझदारी से जीना कहीं अच्छा है बजाएं 1000 साल तक बिना ध्यान के साधना करने से


39. बंधन ही सभी दुखों की जड़ है


40. शब्दों के भीतर ही नष्ट करने और स्वस्थ करने कि दोनों ही शक्तियां होती है


41. जब शब्द सच्चे और दयालु होते हैं तो वह हमारे जीवन को बदल देते हैं


42. आप अपने गुस्से के लिए दंडित नहीं आओगे आप अपने गुस्से के द्वारा दंडित हुए हो


43. जिसे मोमबत्ती बिना आपके नहीं जल सकती वैसे ही मनुष्य बी बिना आध्यात्मिक जीवन के नहीं रह सकता


44. असली खुशी सब कुछ प्राप्त करने में नहीं सब कुछ दे देने में है


45. किसी बात पर हम जैसे ही क्रोधित होते हैं हम सच का मार्ग छोड़कर अपने लिए प्रयास करने लग जाते हैं


46. हर इंसान अपने स्वास्थ्य और बीमारी का लेखक है


47. सदैव अपने से समझदार व्यक्ति के साथ सफर कीजिए मुर्गो के साथ सफर करने से अच्छा है अकेले सफर करना


48. उसने मेरा अपमान किया मुझे कष्ट दिया मुझे लूट लिया जो व्यक्ति जीवन भर ऐसी बातों को लेकर शिकायत करते हैं मैं कभी चैन से नहीं रह पाते सुकून से वही रहते हैं खुद को इन बातों से ऊपर उठा लेते हैं


49. मन सब कुछ है तुम जैसा सोचते हो वैसा ही पाते हो जिस तरह से एक तूफान एक पत्थर को हिला नहीं पाता उसी तरह से एक महान व्यक्ति साड़ी की आलोचना से प्रभावित नहीं होते


50. आकाश में पूरब और पश्चिम का कोई भेद नहीं है लोग अपने मन में भेदभाव को जन्म देते हैं और फिर यहां सच है ऐसा विश्वास करने लगते हैं


51. आपका शरीर अनमोल है जागृत होने के लिए हमारा वाहन इसका ध्यान रखें


52. विचलित मन वाले व्यक्ति को मौत उसी तरह से बह ले जाती है जिस तरह अचानक आई हुई बाढ़ में गांव के लोग बह जाते हैं


53. सच्चा प्यार समझदारी से पैदा होता है


54. हर दिन नया दिन होता है इससे कोई फर्क नहीं पड़ता बीता हुआ कल कितना मुश्किल था आप हमेशा एक नई शुरुआत कर सकते हैं


55. एक विचार ही न मनुष्य की प्यास एक अमरबेल की तरह बढ़ती है माय एक जीवन से दूसरी जीवन की तरफ उसी तरह भागता है किसी जंगल में एक बंदर फलों के लिए एक पेड़ से दूसरे पेड़ की ओर भागता है


56. इंसान को एक बंधन मुक्त मन का निर्माण करना चाहिए जो ऊपर और नीचे चारों ओर फैला हुआ है वहां भी  बिना किसी बाधा के बिना किसी दुश्मन के बिना किसी बदले की भावना के


57. अगर आप की चिता शांत है आप इस ब्राम्हण  के प्रभाव को सुन पाएंगे इसकी लाए ताल को महसूस कर पाएंगे खुशी इसके आगे रहती और ध्यान इसकी चाबी है


58.  अगर आप उन चीजों की कदर नहीं करते जो आपके पास है तो फिर आपको खुशी कभी नहीं मिलेंगे


59. सच्चाई को अपनी जमीन बनाएं सच्चाई को अपना घर बनाए क्योंकि दुनिया में इससे बड़ा कोई घर नहीं है


60. सभी व्यक्ति को सजा से डर लगता है सभी मौत से डरते हैं बाकी लोगों को भी अपने जैसा ही समझिए


61. खुद किसी जीव को ना मारे और दूसरों को भी ऐसा करने से मना करें


62. आपका काम है अपनी पसंद के काम को खोजना उसे खोजे और फिर उस काम को खुद को पूरी तरह से लगा दे यही सफलता का मार्ग है


63. स्वास्थ्य सबसे बड़ा उपहार है संतोष सबसे बड़ी संपत्ति और वफादारी सबसे अच्छा रिश्ता


64. अगर आप किसी दूसरे के लिए दिया जलाते हैं तो यहां आपके रास्ते को भी रोशन कर देता है


65. आपके बड़े से बड़े दुश्मन भी आपको उतना नुकसान नहीं पहुंचा सकता जितना नुकसान आपके अनियंत्रित विचार आपको पहुंचाते हैं


66. आप खुद अपने प्यार और स्नेह के उतने ही हकदार है जितना इस दुनिया में कोई भी अन्य व्यक्ति है


67. सभी बुरे कार्य मन के कारण उत्पन्न होते हैं अगर मन परिवर्तित हो जाए तो क्या अनैतिक कार्य रह सकते है


68. सभी बुराइयों से दूर रहने के लिए अच्छाई का विकास कीजिए और अपने मन में अच्छे विचार रखिए बुध आपसे सिर्फ यही कहता है


69. आज हम जो करते हैं जीवन में वही सबसे ज्यादा मायने रखता है


70. जो व्यक्ति थोड़े में ही खुश रहता है सबसे अधिक खुशी उसी के पास होती है


71. सत्य के मार्ग पर चलते हुए कोई व्यक्ति दो गलतियां कर सकता है एक पूरा रास्ता तय ना करना और दूसरा इसकी शुरुआत भी ना करन


72. जब तक आपके मन में नाराजगी के विचार पोषित होते रहेंगे तब तक आपका क्रोध भी बढ़ता रहेग लेकिन जैसे ही आप नाराजगी के विचार को भुला देंगे वैसे ही आपका क्रोध भी गायब हो जाऊंगा


73. जो व्यक्ति विचलित करने वाले विचारों से मुक्त होते हैं उन्हें शांति अवश्य प्राप्त होती है


74. चाय आप जितने पवित्र शब्द पढ़ ले या बोल दे वह आप का क्या भला करेंगे जब तक आप उन्हें उपयोग में नहीं लाते


75. वहां वही व्यक्ति होता है जिसमें सच को हासिल कर लिया है और जो दुख तकलीफों से मुक्त हो चुका है


76. इच्छाओं का कभी अंत नहीं होता अगर आपकी एक इच्छा पूरी होती है तो दूसरी इच्छा तुरंत जन्म ले लेती है


77. एक समझदार व्यक्ति अपने अंदर की कमियों को उसी तरह से दूर कर लेता है जिस तरह से एक स्वर्णकार चांदी की अशुद्धियों को चुन चुन कर थोड़ा-थोड़ा करके और इस प्रक्रिया को बार-बार द्वारा कर दूर कर लेता है


78. अगर थोड़े से आराम को छोड़ने से व्यक्ति एक बड़ी खुशी को देख पाता है तो एक समझदार व्यक्ति को चाहिए कि वह थोड़े से आराम को छोड़ कर बड़ी खुशी को हासिल करें


79. यदि आप समस्या का हल निकाल सकते तो फिर चिंता किस बात की और यदि समस्या का कोई समाधान नहीं है तो फिर चिंता करने का भी कोई फायदा नहीं


80. एक अंधी दुनिया में मैं अमृत का नगाड़ा बजा रहा हूं


81. बुरे कार्य करने वाला व्यक्ति इस संसार मैं तो शोक मनाता ही है वहां अगले जन्म में भी शोक मनाता है वहां दोनों में ही शोक मनाता है जब वहां अपने अपने काम की बुराई देखता है तो वहां दुख में डूब जाता है


82. दुनिया नहीं जानती कि हम सभी का अंत यही पर होना है लेकिन जो लोग इस तथ्य को जानते हैं उनके सारे झगड़े एक ही बार में सब खत्म हो जाते हैं


83. विश्वास के बिना आप कहीं भी नहीं पहुंच सकते इसलिए अगर आप धर्म को पाना चाहते हैं तो विश्वास बहुत जरूरी है


84. अस्तित्व का पूरा रहस्य ही डर से मुक्त हो जाना हो जाना कभी भी इस बात से ना डरे कि आपका क्या होगा


85. किसी पर निर्भर ना रहे जिस वक्त आप सभी तरह की मदद को इनकार कर देते हैं आप आजाद हो जाते हैं


86. सच्चाई के रास्ते पर चलते हुए इंसान को दो ही तरह की गलतियां कर सकता है एक यहां की रास्ते पर आखिर तक ना चलना और दूसरा यहां की शुरुआत ही ना करना


87. खुशी अच्छे स्वास्थ्य और बीती बातों को भुला देने से ज्यादा कुछ नहीं है


88. जो व्यक्ति क्रोधित होने पर अपने गुस्से को संभाल सकता है वहां उस कुशल ड्राइवर की तरह है जो कि एक तेजी से भागते हुए गाड़ी को संभाल लेता है और जो ऐसा नहीं कर पाते वे केवल अपनी सीट पर बैठे हुए दुर्घटना के प्रतीक्षा करते रहते हैं


89. सारे बुरे कार्य मन के कारण ही होते हैं अगर मन ही बदल दिया जाए तो क्या बुरा कार्य हो सकता है


90. अगर व्यक्ति से कोई गलती हो जाती है तो कोशिश करें कि उसे दोहराए नहीं उसमें आनंद ढूंढने की कोशिश ना करें क्योंकि बुराई मे डूबे रहना दुख को न्योता देता है


91. जीभ एक तेज चाकू की तरह होती है यहां बिना खून निकाले ही मारती है


92. जिसका मन एकाग्र होता है वही चीजों को उनके सही रूप स्वरूप में देख पाता है


93. किसी जंगली जानवर की अपेक्षा एक कपटी और दुष्ट मित्र से अधिक डरना चाहिए क्योंकि जानवर तो बस आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है पर एक बुरा मित्र आपकी बुद्धि को नुकसान पहुंचा सकता है


94. हमें अपने द्वारा की गई गलतियों की सजा तुरंत भले ना मिले पर समय के साथ कभी ना कभी अवश्य मिलती


95. जिस तरह से एक तीर बेचने वाला अपने तीर को सीधा करता है उसी तरह से एक समझदार व्यक्ति खुद को साथ लेता है


96. व्यक्ति खुद ही अपना सबसे बड़ा रक्षक हो सकता है और कौन उसकी रक्षा कर सकता है


97. अगर आपका खुद पर पूरा नियंत्रण है तो आपको वहां क्षमता हासिल होगी जिसे बहुत ही कम लोग हासिल कर पाते हैं


98. शांतिप्रिय लोग आनंद का जीवन जीते हैं उन पर हार या जीत का कोई प्रभाव नहीं पड़ता


99. नफरत को नफरत से नहीं मिटाया जा सकता नफरत को केवल प्यार से ही मिटा सकते हैं


100. आपके पास जो कुछ भी है उसे बढ़ा चढ़ा कर मत बताइए और ना ही दूसरों से ईशा कीजिए जो दूसरों से ईर्ष्या करता है उसे मन की शांति नहीं मिलती


101. शांति भीतर चाहती है बाहर इसकी तलाश करना व्यर्थ है


102. हम अपने विचारों का ही परिणाम है मन ही सब कुछ है जो हम सोचते हैं हम वही बन जाते हैं


103. स्वयं को जीतना दूसरों को जीतने से ज्यादा मुश्किल काम है


104. अपने शरीर को स्वस्थ रखना आपका कर्तव्य है वरना आप अपने मन को मजबूत और स्पष्ट नहीं रख पाएंगे


105. अगर आध्यात्मिक मार्ग पर चलने के लिए आपको कोई साथी नहीं मिलता है तो अकेले ही चलिए


106. अपना मन अच्छे कार्य को करने में लगाएं इसे बार-बार करें और आप देखेंगे कि आप खुशी से भर गए हैं


107. यहां सोचना अत्यंत हास्यास्पद है कि कोई दूसरा व्यक्ति आपको खुशी या दुखी कर सकता है


108. गुस्से को अपने भीतर रखना ऐसा ही है जैसा आप जहर तो खुद पिए और किसी दूसरे आदमी के मरने की उम्मीद करें


109. जिस व्यक्ति के विचार मेले हैं जो लापरवाह है और धोखे से भरा हुआ है वहां गेरुआ वस्त्र कैसे पहन सकता है


110. वहां व्यक्ति जिसने खुद पर नियंत्रण हासिल कर लिया है ओजस्वी है स्पष्ट है सच्चा है वही गेरुआ वस्त्र पहनने के लायक है


111. हम जो शब्द बोलते हैं उनका चुनाव हमें बड़ी सावधानी से करना चाहिए क्योंकि उन शब्दों को सुनने वाले व्यक्तियों पर उनका प्रभाव पड़ता है फिर चाहे वहां प्रभाव अच्छा हो अथवा बुरा


112. कोई भी व्यक्ति बहुत ज्यादा बोलते रहने से कुछ नहीं सीख पाता समझदार व्यक्ति वही कहलाता है जो कि धीरज रखने वाला हूं क्रोधित ना होने वाला और निडर होता है


113. आप सिर्फ उसे ही खोते हैं जिससे आप चिपके रहते हैं


114. एक मोमबत्ती हजारों मोमबत्ती को रोशन कर सकती है और फिर भी उस मोमबत्ती की उम्र कम नहीं होती उसी तरह से खुशियां भी बांटने से भी कम नहीं होती


115. जीवन में कुछ भी स्थाई नहीं है


116. बीते हुए कल को जाने दीजिए भविष्य को जाने दीजिए वर्तमान को भी जाने दीजिए और अपने अस्तित्व की सीमाओं से बाहर जा कर देखिए


117. जब आपका मन पूरी तरह आजाद होता है तो आप जीवन मृत्यु को उसके सही स्वरूप में देख पाते हैं


118. हजार लड़ाई जीतने से अच्छा है अपने आप को जितना फिर भी तुम्हारी है इसे तुमसे कोई नहीं ले सकता नहीं स्वर्ग  दूतों द्वारा नाही राक्षसों द्वारा ना ही स्वर्ग या नरक में


119. जो व्यक्ति स्वयं से सच्चा प्यार करता है वहां कभी दूसरे व्यक्ति को चोट नहीं पहुंचाता


120. देखते के समय सिर्फ देखे सुनते समय केवल सुने महसूस करते समय सिर्फ महसूस करें और सोचते समय केवल सोचे यही वास्तविक कर्म है


121. कोई भी व्यक्ति सिर मुंडवाने से या फिर उसके परिवार से या फिर एक जाति में जन्म लेने से संत नहीं बन जाता जिस व्यक्ति में सच्चाई और विवेक होता है वही धन्य है वही संत है


122. बीता हुआ समय बीत चुका है भविष्य भी दूर है वर्तमान पल ही वहां समय है जिसमें आप जी सकते हैं


123. दुनिया हमेशा से प्रशंसा करने और दोष निकालने का रास्ता ढूंढती आई है यही होता आया है और यही होता रहेग


124. अगर आपको मेरी तरह बांटने की शक्ति के बारे में पता होता तो आप कभी भी बिना बाटे हुए भोजन नहीं करते


125. अगर कोई काम करने लायक है तो उसे पूरे मन से करो तभी उसमें सफलता प्राप्त होंगे


126. घृणा घृणा से नहीं प्रेम से खत्म होती है यहां शाश्वत सत्य है


127. असली समस्या यह है कि आपको लगता है कि फलाना काम करने के लिए आपके पास बहुत समय है


128. अराजकता सभी जटिल बातों में नहीं थे परिश्रम के साथ प्रयास करते रहो


129. ज्ञानी व्यक्ति कभी नहीं मरते और जो नासमझ है वह तो पहले से ही मरे हुए हैं


130. अपना उद्धार स्वयं ही करें दूसरे पर निर्भर ना करें


131. पूरी दुनिया में इतना अंधेरा नहीं है कि वाह एक मोमबत्ती की रोशनी को मिटा सके


132. अगर आपकी दिशा सही है तो फिर चिंता की बात नहीं आपको बस इतना करना है कि आप चलते रहे


133. एक वफादार गुड़ी प्रतिष्ठित और धनी व्यक्ति जो भी जगह चुनता है वहां उसका सम्मान किया जाता है


134. दर्द तो तय है यहां आपके हाथ में नहीं है हां दुख होना या ना होना आपके हाथ में अवश्य है


135. अंत में यहां चीज सबसे ज्यादा मायने रखती है कि आपने कितनी अच्छी तरह से प्रेम किया


136. आपने जीवन को कितना भरपूर किया और आपने कितनी गहराई से लोगों की छुट्टियों को माफ किया


137. संसार में कोई भी चीज कभी भी अकेले मौजूद नहीं होती हर एक चीज का संबंध तमाम दूसरी चीजो से होता है


138. जीवन की यात्रा में विश्वास आप को पोषण देता है अच्छे काम एक घर की तरह है ज्ञान दिन की रोशनी की तरह है और सजगता आपको सुरक्षा देती है


139. यदि मनुष्य शुद्ध जीवन जीता है तो कोई चीजों से मार नहीं सकती


140. हजारों खोखले शब्दों से अच्छा वहां एक शब्द है जो शांति लाये


141. लहरी महत्वपूर्ण है याद रखिए एक जग बूंद बूंद करके भरता है


142. जैसे मोमबत्ती बिना आग नहीं जल सकती मनुष्य भी आध्यात्मिक जीवन के बिना नहीं रह सकता


143. बिना सेहत के जीवन जीवन नहीं है बस पीड़ा की एक स्थिति है मौत की एक छवि है


144. हर चीज पर संदेह करो सोयम अपना प्रकाश ढूंढो


145. सबसे अंधेरी रात अज्ञानता है


146. शांति अंदर से आती है से बाहर मत ढूंढो


147. चलिए ऊपर उठे और आभारी रहे क्योंकि अगर हमने बहुत नहीं तो कुछ तो सही और अगर इतने कुछ भी नहीं सीखा तो कम से कम हम बीमार तो नहीं पढ़े और अगर हम बीमार पड़े तो कम से कम मरे नहीं इसलिए चाहिए हम सभी आभारी रहे


148. पहुंचने से अधिक जरूरी ठीक से यात्रा करना है


149. हर सुबह हम पूरा जन्म लेते हैं हम आज क्या करते हैं यही सबसे अधिक मायने रखता है


150. जुनून जैसी कोई आग नहीं है नफरत जैसा कोई दरिंदा नहीं है मूर्खता जैसी कोई जाल नहीं है लालच जैसी कोई धार नहीं है


151. पवित्रता या आप अभी तक तथा अपने आप पर निर्भर करती है कोई भी दूसरे को पवित्र नहीं कर सकता


152. सच्चा प्रेम स्वयं से उत्पन्न होता है


153. स्वयं पर विजय प्राप्त करना दूसरे पर विजय प्राप्त करने से बड़ा काम है


154. प्रसन्नता का कोई मार्ग नहीं है प्रसंता ही मार्ग है 


155. यदि आपकी दया आप को सम्मिलित नहीं करती तो वह अधूरी है


156. दर्द निश्चित है दुख वैकल्पिक है


157. सब कुछ समझने का अर्थ है सब कुछ माफ कर देना


158. किसी चीज पर यकीन मत करो यह मायने नहीं रखता कि आपने उसे कहां पड़ा है या किस ने उसे कहा है कोई बात नहीं अगर मैंने यहां कहा है जब तक कि वह आपके अपने तर्क और समझते मेल नहीं खाती


159. एक कुत्ता इसलिए अच्छा नहीं समझा जाता क्योंकि वह भोक्ता है एक व्यक्ति असली अच्छा नहीं समझा जाता क्योंकि वह अच्छा बोलता है


160. खुशी उन तक कभी नहीं आएंगी जो उसकी सराहना नहीं करते जो उनके पास पहले से मौजूद है


161. यदि आप दिशा नहीं बदलते हैं तो संभवत आप वहीं पहुंच जाएंगे जहां आप जा रहे हैं


हमें उम्मीद है कि आपको मेरा article जरूर पसंद आया होगा!  मन को शांत करने वाले भगवान गौतम बुद्ध के 161 अनमोल विचार  । हमे कोशिश करता हूं कि रीडर को इस विषय के बारे में पूरी जानकारी मिल सके ताकि वह दूसरी साइड और इंटरनेट के दूसरे article पर जाने की कोशिश ही ना पड़े। एक ही जगह पूरी जानकारी मिल सके


आपको इस article के बारे में कुछ भी प्रश्न पूछना हैै तो हमें नीचे comments कर सकते हैं।



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