नीरज चोपड़ा (जेवलिन थ्रो) का जीवन परिचय
नाम :- नीरज चोपड़ा
पिता का नाम :- सतीश कुमार
माता का नाम :- सरोज देवी
व्यवसाय :- भारतीय एथलीट (जेवलिन थ्रो)
जन्मतिथि :- 24 दिसंबर 1997
आयु (वर्ष 2021 के अनुसार) :- 24 वर्ष
जन्मस्थान:- खंडरा, पानीपत, हरियाणा, भारत
राशि :- मकर
राष्ट्रीयता :- भारतीय
गृहनगर :- पानीपत, हरियाणा, भारत
धर्म :- हिन्दू
खाद्य :- आदत मांसाहारी
शौक/अभिरुचि :- यात्रा करना और संगीत सुनना
इवेंट :- जेवलिन थ्रो
कोच :- Garry Calvert, Werner Daniels
कुल मूल्य :- $1 मिलियन – $5 मिलियन
लम्बाई (लगभग) :- 178 से० मी०
मी०:- 1.78
फीट इन्च :- 5′ 10″
वजन/भार (लगभग) :- 65 कि० ग्रा०
आँखों का रंग :- काला
बालों का रंग :- काला
नीरज चोपड़ा का प्रारंभिक जीवन
नीरज चोपड़ा का जन्म 24 दिसंबर 1997 को हरियाणा के पानीपत में हुआ था. नीरज चोपड़ा के पिता का नाम सतीश कुमार है. नीरज चोपड़ा की माता का नाम सरोज देवी है. इसके अलावा नीरज चोपड़ा की दो बहने भी है. नीरज चोपड़ा के पिता पानीपत के एक छोटे से गांव खंडरा के किसान है जबकि उनकी माता गृहणी है.
अपने परिवार के दुलारे होने के कारण बचपन में नीरज चोपड़ा का वजन काफी बढ़ गया था. ऐसे में वजन कम करने के लिए नीरज चोपड़ा कसरत करने लगे. इसके अलावा वजन कम करने के लिए उनका खेलों की तरफ भी रुझान बढ़ने लगा. नीरज चोपड़ा को शुरुआत में कबड्डी का बहुत शौक था. उनके गांव में कोई स्टेडियम तो था नहीं, ऐसे में नीरज चोपड़ा प्रैक्टिस करने के लिए गांव से 16-17 किलोमीटर दूर पानीपत के शिवाजी नगर स्टेडियम में जाने लगे.
शिवाजी नगर स्टेडियम में नीरज चोपड़ा का जयवीर नाम का एक दोस्त था, जो वहां भाला फेंक (Javelin Throw) की प्रैक्टिस करने के लिए आता था. एक दिन ऐसे खेल-खेल में जयवीर ने नीरज चोपड़ा से भाला फेंकने के लिए कहा. जब नीरज चोपड़ा ने भाला फेंका तो जयवीर उनसे काफी प्रभावित हुए और उन्होंने नीरज चोपड़ा को भाला फेंकने की प्रैक्टिस करने की सलाह दी. नीरज चोपड़ा को अपने दोस्त की बात ठीक लगी, लेकिन उनके सामने समस्या यह थी कि उनका वजन 80 किलो था. ऐसे में नीरज चोपड़ा ने जेवलिन थ्रो में अपना हाथ अजमाने के लिए महज दो महीने में 20 किलो वजन कम कर लिया.
वजन कम करने के बाद नीरज चोपड़ा के सामने समस्या थी जेवलिन (भाला) खरीदने की. दरअसल उस समय एक अच्छी क्वालिटी की जेवलिन एक लाख रुपए से भी ज्यादा की आती थी, जोकि उनके परिवार के लिए खरीदना मुश्किल था. ऐसे में नीरज चोपड़ा ने 6-7 हजार रुपए की जेवलिन खरीदी और उससे प्रैक्टिस करने लगे. इसके बाद नीरज चोपड़ा ने दिन में 7-7 घंटे तक जेवलिन थ्रो की प्रैक्टिस की. इस तरह नीरज चोपड़ा एक बेहतरीन जेवलिन थ्रो खिलाड़ी बने
नीरज चोपड़ा की शिक्षा
नीरज चोपड़ा का जन्म हरियाणा के उस जिले पानीपत में हुआ है, जो अपनी तीन लड़ाईयों के लिए मशहूर है। यहां के एक छोटे से गांव खांद्रा में किसान के घर पर 24 दिसंबर 1997 को नीरज का जन्म हुआ। नीरज ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई पानीपत से ही की। अपनी प्रारंभिक पढ़ाई को पूरा करने के बाद नीरज चोपड़ा ने चंडीगढ़ में एक बीबीए कॉलेज ज्वाइन किया था और वहीं से उन्होंने ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की थी।
.नीरज चोपड़ा का करियर
2012 में लखनऊ में अंडर-16 नेशनल जूनियर चैंपियनशिप में 68.46 मीटर भाला फेंककर रिकॉर्ड बनाया था और स्वर्ण पदक जीता था।
2013 में नेशनल यूथ चैंपियनशिप में दूसरा स्थान हासिल किया और यूक्रेन में होने वाली IAAF वर्ल्ड यूथ चैंपियनशिप में जगह बनाई।
2015 में इंटर-यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप में 81.04 मीटर की थ्रो फेंककर एज ग्रुप का रिकॉर्ड अपने नाम किया।
2016 में तो नीरज ने कमाल ही कर दिया जब उन्होंने जूनियर विश्व चैंपियनशिप में 86.48 मीटर भाला फेंककर नया कीर्तिमान स्थापित करते हुए विश्व रिकॉर्ड बना डाला और गोल्ड मेडल पर अपना कब्जा जमाया।
2016 में दक्षिण एशियाई खेलों में पहले राउंड में ही 82.23 मीटर की थ्रो फेंककर स्वर्ण पदक जीता।
2018 में गोल्ड कोस्ट में हुए कॉमनवेल्थ खेलों में उन्होंने 86.47 मीटर भाला फेंककर एक और गोल्ड मेडल पर कब्जा किया।
2018 में ही जकार्ता एशियन गेम्स में 88.06 मीटर भाला फेंका और गोल्ड मेडल जीतकर भारत का नाम एक बार फिर रोशन किया।
नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर नया इतिहास रच
ओलंपिक में अपनी पहली ही थ्रो पर फाइनल में जगह बना ली. भाला फेंक में ग्रुप ए और ग्रुप बी से 83.50 मीटर का स्वत: क्वालीफिकेशन स्तर हासिल करने वाले खिलाड़ियों सहित शीर्ष 12 खिलाड़ी फाइनल में जगह बनाएंगे.
भारत के जैवलिन थ्रोअर (भाला फेंक) नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने टोक्यो ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर नया इतिहास रच दिया है. टोक्यो ओलंपकि खेलों में भारत को ट्रैक एंड फील्ड में पहली बार कोई पदक अपने नाम किया है और भारत ने गोल्ड मेडल से अपना खाता खोला है. नीकज चोपड़ा ने 87.58 मीटर भाला फेंककर यह उपलब्धि अपने नाम की है. ओलंपिक खेलों में व्यक्तिगत स्पर्धा में गोल्ड जीतने वाले वह दूसरे भारतीय खिलाड़ी बने हैं. निशानेबाज अभिनव बिंद्रा के बाद नीरज चोपड़ा ने अपना नाम यहां दर्ज किया है.
नीरज चोपड़ा ने 7/8/2021 हुए जैवलिन थ्रो के फाइनल मुकाबले में अपने पहले दो प्रयास में सबसे शानदार भाला फेंका था. उन्होंने आज सबसे पहला थ्रो 87.03 मीटर का फेंका था, जो सबसे आगे था. इसके बाद उन्होंन अपने दूसरे थ्रो में 87.58 मीटर का थ्रो फेंका. इन दोनों प्रयासों की दूरी को नीरज के अलावा कोई और एथलीट छू नहीं पाया.
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नीरज चोपड़ा पुरस्कार
- 16 में लखनऊ में राष्ट्रीय जूनियर चैंपियनशिप (2012 वर्ष से कम) में स्वर्ण पदक।
- 2013 में राष्ट्रीय युवा चैम्पियनशिप में रजत पदक।
- ब्यडगोस्ज़कज़, पोलैंड में 3 IAAF विश्व U2016 चैंपियनशिप में भाला फेंकने वाला तीसरा विश्व जूनियर रिकॉर्ड।
- 2016 एशियाई जूनियर चैंपियनशिप में रजत पदक।
- 2017 एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल
- 2018 में एशियाई खेलों में चैंपियन के लिए स्वर्ण गौरव
- युवा कौतुक को पहले ही अर्जुन पुरस्कार (2018) से सम्मानित किया जा चुका है।
- उन्हें राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के लिए भी नामांकित किया गया था।
नीरज चोपड़ा नेट वर्थ
23 साल के नीरज फिलहाल जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स की टीम में हैं। उन्हें स्पोर्ट्स ड्रिंक की दिग्गज कंपनी गेटोरेड द्वारा 2021 तक चलने वाली साझेदारी में ब्रांड एंबेसडर के रूप में भी नामित किया गया है। नीरज चोपड़ा की कुल संपत्ति $ 1 मिलियन से 5 $ मिलियन (लगभग) होने का अनुमान है।